News Room Post

Biden On China: वियतनाम पहुंचकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की दो टूक- चीन को मानने होंगे सभी नियम, बोले- उसे रोकने के लिए नहीं हैं भारत से हमारे रिश्ते

joe biden and xi jinping

हनोई। अमेरिका ने चीन से साफ-साफ कह दिया है कि वो अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करे। अमेरिका ने ये भी साफ कर दिया है कि भारत और उसके बीच जो करीबी रिश्ते हैं, वो चीन के खिलाफ नहीं हैं और एशिया के सबसे बड़े देश को रोकने का कोई इरादा अमेरिका या भारत नहीं रखते। ये बात अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वियतनाम की राजधानी हनोई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की। जो बाइडेन ने कहा कि जो चीजें चल रही हैं, उनमें चीन व्यापार और कुछ मुद्दों पर खेल के कुछ नियमों को बदल रहा है। उन्होंने कहा कि मैं चीन को रोकना नहीं चाहता, बस ये सुनिश्चित करना चाहता हूं कि हमारे संबंध सकारात्मक हों। बाइडेन ने आगे कहा कि ऐसा करने के तरीकों में से ये भी है कि हम एक ही चीज के बारे में बात करें। हमारे पास स्थिरता बनाए रखने के लिए दुनियाभर में गठबंधनों को मजबूत करने का अवसर है।

जो बाइडेन ने कहा कि भारत का अमेरिका से ज्यादा सहयोग करना या वियतनाम का अमेरिका से घनिष्ठ होना चीन को रोकने के बारे में नहीं, बल्कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिर आधार बनाने पर है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनिपिंग ने पूछा था कि क्वॉड में क्यों हैं? इस पर मैंने कहा कि ये स्थिरता बनाए रखने के लिए है और चीन को अलग-थलग करने के लिए नहीं है। बाइडेन ने कहा कि क्वॉड इसलिए है, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि सड़क, वायुमार्ग, समुद्र और अंतरिक्ष में अंतरराष्ट्रीय नियमों को माना जाता है या नहीं। बाइडेन ने कहा कि उन्हें लगता है कि चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के सामने अभी कुछ मुश्किलें हैं। कुछ आर्थिक कठिनाई है, लेकिन वो चीन को आर्थिक रूप से सफल होते देखना चाहते हैं।

जो बाइडेन ने एक बार फिर भारत और अमेरिका की साझेदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये रिश्ता महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप के सिद्धांत पर है। हनोई पहुंचने के बाद बाइडेन ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने वाली फोटो भी शेयर की। बाइडेन ने कहा कि वियतनाम ने अमेरिका को व्यापक रणनीतिक साझेदार का दर्जा दिया है और ये गौरव की बात है। वियतनाम पहले ये दर्जा रूस और चीन को दे चुका है। जो बाइडेन ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि हम भारत को मध्यपूर्व के रास्ते यूरोप से रेल और जहाजों से जोड़ने जा रहे हैं। इससे आर्थिक निवेश के अनकहे अवसर खुलेंगे। जी-20 की सफल मेजबानी के लिए मैं फिर पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं।

Exit mobile version