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Iran-Israel War: ईरान ने कतर और ओमान की मध्यस्थता को ठुकराया, कहा- अभी परमाणु बम बनाने की तैयारी नहीं; डोनाल्ड ट्रंप बोले- हमेशा इजरायल का करेंगे समर्थन

Iran-Israel War: ईरान की सेना के प्रवक्ता ने कहा कि इसलिए इस बात पर जोर दे रहे हैं कि इजरायल के लोग अपने आपराधिक शासन को खुद को मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की मंजूरी न दें। ईरान की सेना के प्रवक्ता ने कहा कि बताई गई जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने ये चेतावनी भी दी कि बंकरों में भी इजरायल के नागरिकों को सुरक्षा नहीं मिलेगी। ईरान ने मध्यस्थता को भी मानने से इनकार कर दिया है। इससे फिलहाल शांति होती नहीं दिख रही।

तेहरान। ईरान और इजरायल एक-दूसरे पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं। इजरायल के हमलों की वजह से अब तक ईरान में 224 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, ईरान के मिसाइल हमलों से इजरायल में 10 नागरिक मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए हैं। ईरान ने कतर और ओमान की मध्यस्थता की पेशकश को ठुकरा दिया है। ईरान ने साफ कर दिया है कि इजरायल के हमले जारी रहने तक वो सीजफायर के लिए राजी नहीं है। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उनका देश हमेशा इजरायल का समर्थन करेगा। ट्रंप ने ये भी उम्मीद जताई कि इजरायल और ईरान के बीच युद्ध विराम हो जाएगा। ट्रंप ने ये भी कहा कि कभी-कभी देशों को पहले लड़ना पड़ता है।

ईरान की सेना की तरफ से अपने देश के राष्ट्रीय टीवी चैनल पर संदेश दिया गया है। ईरान की सेना ने इजरायल के लोगों को चेतावनी दी है कि वे फिलिस्तीन के इलाकों को छोड़ दें। ईरान की सेना की तरफ से प्रवक्ता रेजा सयाद ने कहा कि इजरायलियों के बारे में सभी संवेदनशील और महत्वपूर्ण जगहों का डेटा हमारे पास है। ईरान की सेना के प्रवक्ता ने कहा कि इसलिए इस बात पर जोर दे रहे हैं कि इजरायल के लोग अपने आपराधिक शासन को खुद को मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की मंजूरी न दें। ईरान की सेना के प्रवक्ता ने कहा कि बताई गई जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने ये चेतावनी भी दी कि बंकरों में भी इजरायल के नागरिकों को सुरक्षा नहीं मिलेगी।

ईरान की तरफ से हालात को और बिगड़ने से बचाने की कोशिश का संकेत भी दिया गया है। ईरान की आईआरजीसी के पूर्व कमांडर और एक्सपीडिएंसी डिस्कर्नमेंट काउंसिल के प्रमुख मोहसेन रेजाई ने कहा है कि उनका देश अभी परमाणु बम बनाने की कोशिश नहीं करेगा। रेजाई ने कहा कि अभी ये नहीं पता कि आगे क्या होगा, लेकिन फिलहाल ईरान अपने सबसे बड़े धार्मिक नेता (अयातुल्लाह अली खामनेई) के फतवे का पालन करते हुए आगे बढ़ रहा है। इससे पहले इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने दावा किया था कि उनके देश की सेना के हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कई साल पीछे कर दिया है। हालांकि, नेतनयाहू ने ये भी कहा है कि जब तक ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह खत्म नहीं कर दिया जाता इजरायल के हमले जारी रहने वाले हैं। खबर ये भी है कि हालात को देखते हुए अमेरिका अपने सैनिक और नौसैनिक बेड़ों को खाड़ी की ओर भेज रहा है।

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