
तेहरान। ईरान और इजरायल एक-दूसरे पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं। इजरायल के हमलों की वजह से अब तक ईरान में 224 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, ईरान के मिसाइल हमलों से इजरायल में 10 नागरिक मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए हैं। ईरान ने कतर और ओमान की मध्यस्थता की पेशकश को ठुकरा दिया है। ईरान ने साफ कर दिया है कि इजरायल के हमले जारी रहने तक वो सीजफायर के लिए राजी नहीं है। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उनका देश हमेशा इजरायल का समर्थन करेगा। ट्रंप ने ये भी उम्मीद जताई कि इजरायल और ईरान के बीच युद्ध विराम हो जाएगा। ट्रंप ने ये भी कहा कि कभी-कभी देशों को पहले लड़ना पड़ता है।
This is the capital of Iran, Tehran, tonight.
Israel promised that if the regime targets Israeli civilians, it will pay a very heavy price. There is currently a widespread power outage in northern Tehran. pic.twitter.com/SzlSVfntQ7
— Hananya Naftali (@HananyaNaftali) June 14, 2025
ईरान की सेना की तरफ से अपने देश के राष्ट्रीय टीवी चैनल पर संदेश दिया गया है। ईरान की सेना ने इजरायल के लोगों को चेतावनी दी है कि वे फिलिस्तीन के इलाकों को छोड़ दें। ईरान की सेना की तरफ से प्रवक्ता रेजा सयाद ने कहा कि इजरायलियों के बारे में सभी संवेदनशील और महत्वपूर्ण जगहों का डेटा हमारे पास है। ईरान की सेना के प्रवक्ता ने कहा कि इसलिए इस बात पर जोर दे रहे हैं कि इजरायल के लोग अपने आपराधिक शासन को खुद को मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की मंजूरी न दें। ईरान की सेना के प्रवक्ता ने कहा कि बताई गई जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने ये चेतावनी भी दी कि बंकरों में भी इजरायल के नागरिकों को सुरक्षा नहीं मिलेगी।
Iranian National Security Council member Mohsen Rezaei
Pakistan told Iran that “if Israel drops a nuclear bomb in Tehran, we will drop a nuclear bomb on them.” pic.twitter.com/yrtudnLiV5
— Sidhant Sibal (@sidhant) June 15, 2025
ईरान की तरफ से हालात को और बिगड़ने से बचाने की कोशिश का संकेत भी दिया गया है। ईरान की आईआरजीसी के पूर्व कमांडर और एक्सपीडिएंसी डिस्कर्नमेंट काउंसिल के प्रमुख मोहसेन रेजाई ने कहा है कि उनका देश अभी परमाणु बम बनाने की कोशिश नहीं करेगा। रेजाई ने कहा कि अभी ये नहीं पता कि आगे क्या होगा, लेकिन फिलहाल ईरान अपने सबसे बड़े धार्मिक नेता (अयातुल्लाह अली खामनेई) के फतवे का पालन करते हुए आगे बढ़ रहा है। इससे पहले इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने दावा किया था कि उनके देश की सेना के हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कई साल पीछे कर दिया है। हालांकि, नेतनयाहू ने ये भी कहा है कि जब तक ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह खत्म नहीं कर दिया जाता इजरायल के हमले जारी रहने वाले हैं। खबर ये भी है कि हालात को देखते हुए अमेरिका अपने सैनिक और नौसैनिक बेड़ों को खाड़ी की ओर भेज रहा है।