कोलंबो। भारत से चार युद्धों में मात खा चुका पाकिस्तान कश्मीर के अलावा अब पंजाब में भी आतंकवाद को फिर से जीवित करने की साजिश पर काम कर रहा है। इसके अलावा वो तमिलनाडु में आतंकी संगठन एलटीटीई (लिट्टे) को फिर से पैर पसारने में भी मदद कर रहा है। श्रीलंका के मीडिया संगठन ‘द आईलैंड ऑनलाइन’ ने ये रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के मुताबिक लिट्टे के इसी पुनर्जीवन की कोशिश को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हाल में तमिलनाडु में पड़े छापे से जोड़ा जा सकता है। एनआईए ने अपने छापेमारी में अवैध ड्रग्स और हथियार सप्लाई करने वालों पर कार्रवाई की थी। जांच एजेंसी ने इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया था।
एनआईए ने भी कहा है कि ये मामला श्रीलंका के ड्रग माफिया से जुड़ा है। गुनाशेखरन और पुष्पराजाह के जरिए पाकिस्तान का हथियार और ड्रग सप्लायर हाजी सलीम सारा खेल कर रहा है। तमिलनाडु में तमिल शरणार्थियों के शिविर से एनआईए ने 8 जुलाई को दर्ज मामले में लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें गुनाशेखरन, पुष्पराजाह और अन्य हैं। एनआईए ने मामले की छानबीन के तहत चेन्नई के अलावा चेंगलपट्टू, तिरुचिरापल्ली और तिरुपुर में भी छापे मारे थे। द आईलैंड ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक ड्रग और हथियार सप्लाई कर लिट्टे के लिए धन जुटाने की कोशिश हो रही है। साल 2014 में भी एनआईए ने पता लगाया था कि कोलंबो में पाकिस्तान के उच्चायोग ने इसी काम के लिए मॉड्यूल तैयार किया था। इस मॉड्यूल के लोग हमले के लिए रेकी का काम कर रहे थे।
एनआईए की सजगता से पाकिस्तान की शह पर बने मॉड्यूल को वक्त रहते ध्वस्त कर दिया गया था। वहीं, इस साल फरवरी में आईबी की ओर से सरकार को जानकारी दी गई थी कि लिट्टे को फिर से जीवित करने की कोशिश जारी है। कई लोग गिरफ्तार किए गए थे। ये सभी यूरोप में लिट्टे के कुछ पूर्व लोगों से जुड़े थे। डेनमार्क और स्विटजरलैंड से ये लोग लिट्टे के लिए धन जुटाने की कोशिश में थे।