नई दिल्ली। बीते 1 फरवरी को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2023-24 को लेकर बजट पेश किया। इस बजट में महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों, नौकरी पेशा लोगों, बेरोजगार, बिजनेस पर्सन सभी के लिए किसी ना किसी चीज का ऐलान किया गया। बजट के दौरान नौकरी पेशा लोगों की कमाई को लेकर बड़ा तोहफा दिया गया जिसके तहत 7 लाख तक की वार्षिक इनकम होने पर किसी तरह का कोई टैक्स नहीं भरा जाएगा। पहले ये राशि 5 लाख थी जिसे अब बढ़ाकर 7 लाख कर दिया गया है। इसके अलावा बजट में सोना, चांदी, सिगरेट, शराब जैसी चीजों के दाम बढ़ाए गए हैं। तो वहीं, टीवी, इलेक्ट्रिक कार, खिलौने, साइकिल, मोबाइल फोन, कैमरे और विदेश से आने वाली चांदी को सस्ता किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए इस बजट से ना सिर्फ भारत में लोगों को राहत मिली है बल्कि तालिबान को भी खुशी मिली है। आइए बताते हैं आपको आखिर भारत के बजट से तालिबान आखिर क्यों खुश है…
दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जब 1 फरवरी को बजट पेश किया इसमें अफगानिस्तान के लिए आर्थिक पैकेज भी जुड़ा हुआ था। भारत के इस बजट में विकास कार्यों के लिए अफगानिस्तान को 2.5 करोड़ डॉलर की धनराशि प्रदान करने की बात कही गई थी।
जानकारी के लिए बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान लगभग पूरी तरह से कब्जा कर चुका है। तालिबान के कब्जे से पहले अफगानिस्तान और भारत के बीच कई संबंध थे लेकिन तालिबान के आने के बाद भारत के साथ अफगानिस्तान के कई प्रोजेक्ट्स रुक गए थे। वहीं, तालिबान सरकार बनने के बाद उन्होंने भारत से पहले से जारी परियोजनाओं को फिर से बहाल करने का अनुरोध किया था। तालिबान के नेगोशिएशन टीम के पूर्व सदस्य सुहैल शाहीन ने कहा था कि भारत पहले की तरह ही अफगानिस्तान की मदद करते रहे। इससे भारत और अफगानिस्तान के ऐतिहासिक संबंध मजबूत होंगे।
तालिबान के आग्रह पर भारत भी बीते 2 सालों से इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं, मानवीय सहायता, शिक्षा के साथ ही और कई सेक्टर में अफगानिस्तान की मदद के लिए आगे हाथ बढ़ा रहा है। भारत में पेश हुए इस बजट में अफगानिस्तान के लिए जब 2.5 करोड़ डॉलर की धनराशि का ऐलान किया गया तो अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने इसका स्वागत किया। सुहैल शाहीन ने भारत के इस कदम की सराहना करते हुए कहा है कि इस कदम से भारत और हमारे बीच संबंध मजबूत होंगे और विश्वास बढ़ेगा।