संगरूर। बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बाद अब अकाली दल (एसएडी) ने भी विपक्षी दलों के गठबंधन में शामिल होने से साफ मना कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के कई नेता दावा कर रहे थे कि अकाली दल भी विपक्ष के गठबंधन में शामिल होगा। न्यूज चैनल एबीपी के मुताबिक इस बारे में जब अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने जो कहा उससे लग रहा है कि अकाली दल को साथ लाने का विपक्षी गठबंधन का प्लान फेल हो गया है। अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने संगरूर में कहा कि कांग्रेस ने पंजाब में बड़ा नुकसान किया। बादल ने कहा कि अकाली दल के पास कई विकल्प हैं। उन्होंने कहा कि हम उस गठबंधन में जाएंगे, जिससे पंजाब का फायदा होगा।
सुखबीर सिंह बादल ने आगे कहा कि हम आंतरिक तौर पर देख रहे हैं कि पंजाब के लिए किससे फायदा होगा। उन्होंने कहा कि जो गठबंधन हो रहे हैं, उससे पंजाब का काफी नुकसान हुआ है। कांग्रेस ने पंजाब का सबसे बड़ा नुकसान किया है। इसके बाद ही वो बोले कि कांग्रेस ने कत्लेआम किया है। वहीं, इससे पहले पंजाब कांग्रेस के नेता अमरिंदर सिंह राजा वडिंग भी कह चुके हैं कि अकाली दल से पंजाब में कांग्रेस लोकसभा सीटों पर समझौता नहीं करेगी। दरअसल, कांग्रेस के कुछ नेता चाहते हैं कि अकाली दल साथ आए। इसकी वजह ये है कि पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी से अकाली-कांग्रेस के वोट मिलाकर ज्यादा होते हैं, लेकिन अब सुखबीर बादल के बयान से साफ है कि कांग्रेस के नेताओं के मंसूबों पर पानी फिर गया है।
इससे पहले मायावती ने भी विपक्षी गठबंधन और खासकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कह दिया था कि बीएसपी किसी सूरत में न तो विपक्षी गठबंधन का हिस्सा बनेगी और न ही सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होगी। इसके पीछे मायावती ने तमाम कारण गिनाए थे। उन्होंने एनडीए और इंडिया गठबंधन को बयान जारी कर निशाने पर लिया था। हालांकि, बाद में शरद पवार ने ये दावा किया कि मायावती की बीजेपी से बातचीत चल रही है। बता दें कि कांग्रेस समेत कई दल ये आरोप लगाते रहे हैं कि मायावती हर जगह उम्मीदवार उतारकर चुनाव में बीजेपी का फायदा कराती हैं। मायावती ने किस तरह विपक्षी गठबंधन और एनडीए पर निशाना साधा था, ये देखिए।