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Prophet Row: नूपुर शर्मा मामले में इस्लामी देश दिखा रहे थे तेवर, अब मोदी सरकार से कह रहे हमें दे दो गेहूं

अब इन देशों की ओर से भारत से गेहूं मांगे जाने से खुलासा हो गया है कि किस तरह नूपुर और पैगंबर का नाम लेकर दुनिया में भारत को बदनाम करने की साजिश रची गई और इस्लामी देशों का हवाला देकर भारत के मुसलमानों को उकसाकर हिंसा कराई गई।

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नई दिल्ली। बीते दिनों पैगंबर विवाद में कूदकर भारत से नाराजगी जता रहे इस्लामी देश अब गेहूं के लिए गुहार लगा रहे हैं। पांच इस्लामी देशों ने भारत से गेहूं मांगा है। इस बारे में अभी मोदी सरकार ने फैसला नहीं लिया है। गेहूं के निर्यात पर अभी रोक लगी हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि भारत इन देशों को मानवता के नाते गेहूं निर्यात करने का फैसला लेगा। जिन देशों ने भारत से गेहूं मांगा है, उनमें इंडोनेशिया, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात यानी UAE, यमन और बांग्लादेश हैं। इनमें से बांग्लादेश को छोड़कर हर इस्लामी देश ने नूपुर शर्मा मामले में मोदी सरकार और भारत से नाराजगी जताई थी।

इस्लामी देशों की नाराजगी के बाद नूपुर के मामले में मोदी सरकार और बीजेपी को घेर रहे तमाम लोगों ने ये टिप्पणियां भी की थीं कि अगर इस्लामी देश हमसे सामान न लें, तो क्या होगा। तमाम सोशल मीडिया हैंडल्स पर इस तरह की फर्जी खबरें भी वायरल की गईं कि इस्लामी देशों के मॉल्स से भारतीय सामान को हटा दिया गया है, लेकिन अब इन देशों की ओर से भारत से गेहूं मांगे जाने से खुलासा हो गया है कि किस तरह नूपुर और पैगंबर का नाम लेकर दुनिया में भारत को बदनाम करने की साजिश रची गई और इस्लामी देशों का हवाला देकर भारत के मुसलमानों को उकसाकर हिंसा कराई गई।

बता दें कि नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद और उनकी पत्नी बीबी आयशा के बारे में कथित तौर पर विवादित टिप्पणी की थी। इसी को आधार बनाकर अचानक सोशल मीडिया पर हंगामा बरपा और फिर इस्लामी देशों ने इस मामले में अपने यहां भारतीय दूतों को बुलाकर उनसे नाराजगी जताई। इसके ठीक बाद 3 और 10 जून को भारत में विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई शहरों में जमकर हिंसा हुई थी।

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