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Ram Lalla Pran Pratishtha: ‘….बड़ी गलती कर दी..’, राम मंदिर पर आकाश आनंद ने बोला BJP पर हमला, कह दी ऐसी बात

Ram Lalla Pran Pratishtha: उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि अगर उन्हें समय मिला तो वो कार्यक्रम में जरूर जाएंगी। इस दौरान मायावती ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि हमारी पार्टी एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, जिसके लिए कोई पार्टी ज्यादा मायने नहीं रखती है।

नई दिल्ली। राम भक्तों का 500 साल का इंतजार खत्म हो चुका है। अयोध्या में राम मंदिर के द्वार आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। आज प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन तीन लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने राम मंदिर के दर्शन किए। वहीं, राम मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी आमद को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सीएम योगी भी 24 घंटे में दूसरी दफा मंदिर का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने हर गतिविधियों का हवाई सर्वेक्षण किया और इस दौरान उन्होंने मंदिर की सेवा में लगे पुजारियों से भी बातचीत की।

बता दें कि बीते मंगलवार को पीएम मोदी ने 12 पुजारियों की मौजूदगी में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को संपन्न किया था। पीएम मोदी भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण किया था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने अनुष्ठान प्रक्रिया को संपन्न करने के बाद अपने आवास पर पहुंचकर रामज्योति जलाई थी और अन्य लोगों से भी अपील की थी कि वो रामज्योति जलाए। जिसके बाद देशभर में श्रद्धालुओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में अपने-अपने घरो में दीपोत्सव किया था।

वहीं, माना जा रहा है कि आगामी दिनों में राम मंदिर से आर्थिक मोर्चे पर सरकार को बड़ा फायदा हो सकता है। उधर, राम मंदिर बनकर बेशक तैयार हो चुका है, लेकिन इसे लेकर जारी सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य दल तो शुरू से ही राम मंदिर मसले को लेकर जमकर राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं। वहीं, अब इस बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे ने इस पर बयान दिया है, जिसमें उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम मोदी को आवश्यकता से ज्यादा प्राथमिकता दिए जाने पर सवाल उठाया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

आपको बता दें कि बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश ने कहा कि, ’22 जनवरी 2024 की तारीख भारत के इतिहास में दर्ज हो गई है, और बेहतर होता कि आदिवासी समाज से आने वाली देश की राष्ट्रपति आदरणीय द्रौपदी मुर्मू जी भी कार्यक्रम में मौजूद रहती। सिर्फ प्रोटोकॉल में प्रधानमंत्री को सर्वोच्च रखने के लिए बीजेपी की सरकार ने बड़ी गलती कर दी। ध्यान दें, राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से मायावती को न्योता मिला था, लेकिन वो कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई थी।

हालांकि, उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि अगर उन्हें समय मिला तो वो कार्यक्रम में जरूर जाएंगी। इस दौरान मायावती ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि हमारी पार्टी एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, जिसके लिए कोई पार्टी ज्यादा मायने नहीं रखती है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इन तमाम गतिविधियों का हिंदुस्तान की राजनीति पर क्या कुछ असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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