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BSP In Rajasthan Election: राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीएसपी का बड़े पैमाने पर उतरने का फैसला, मायावती की पार्टी 60 सीटों पर लड़ेगी, पिछली बार 6 सीटें जीती थी

Mayawati

जयपुर। राजस्थान का चुनावी रण अब बीजेपी और सत्तारूढ़ कांग्रेस के बीच ही नहीं रहने वाला है। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी तय किया है कि वो राजस्थान विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के 60 उम्मीदवार उतारेंगी। बीएसपी ने तय किया है कि वो राजस्थान विधानसभा का चुनाव अकेले दम पर लड़ेगी। साल 2018 में बीएसपी के 6 उम्मीदवार राजस्थान विधानसभा का चुनाव जीते थे। बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए। बीएसपी के चुनावी मैदान में उतरने के फैसले से सत्तारूढ़ कांग्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने 60 में से 10 सीट के लिए उम्मीदवारों का नाम भी तय कर लिया है।

 

अखबार ने राजस्थान के बीएसपी अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा से बात की है। भगवान सिंह बाबा ने इकोनॉमिक टाइम्स से कहा कि बीएसपी ने उन 60 विधानसभा सीटों की पहचान की, जहां पिछले 5 साल में पार्टी को मजबूत किया गया है। बाबा ने बताया कि राजस्थान की इन 60 सीटों पर बीएसपी का वोट बैंक भी अच्छा है। बीएसपी ने साल 1998 में राजस्थान में 2 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद 2013 में बीएसपी को 3 सीटें मिली थीं। बीएसपी का प्रभाव कैसे राजस्थान में बढ़ा, ये इसी से पता चलता है कि 2018 में उसने 6 सीटें जीत ली।

मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने राजस्थान की 114 सीटों पर संकल्प यात्रा निकाली थी।

बीएसपी ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत तभी दे दिए थे, जब मायावती के भतीजे और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने 15 दिन में राज्य की 144 सीटों पर संकल्प यात्रा निकाली थी। इस संकल्प यात्रा के दौरान आकाश आनंद जोधपुर, बीकानेर, हनुमाननगर, चुरू, झुंझनू, भरतपुर, सीकर, अलवर, धौलपुर, करौली और गंगापुर का दौरा किया था। राजस्थान के भरतपुर, धौलपुर, अलवर, करौली और सवाई माधोपुर में बीएसपी का अच्छा दबदबा माना जाता है।

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