नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली में हुए प्रदर्शनों का कच्चा चिट्ठा सामने रखा है। इसके मुताबिक नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली में अब तक कुल 66 विरोध प्रदर्शन हुए। इस मामले में कुल 11 केस दर्ज किए गए हैं। इस दौरान हिंसा एवं तोड़फोड़ के लिए 99 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस हिंसा और आगजनी में 80 मोटरसाइकिल, 6 कार, 4 बस और 2 पुलिस गाड़ी समेत अन्य संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है।
गृह मंत्रालय ने इससे जुड़ी हुई जानकारी लोक सभा मे पेश की। ध्यान देने वाली बात है कि नागरिकता कानून के विरोध की आड़ में उपद्रवियों ने दिल्ली में जमकर हंगामा किया था। दिल्ली के कई इलाकों में आगजनी की घटना सामने आई थी। जामिया से लेकर सीलमपुर और दरियागंज इलाके में पुलिस ने दंगाईयों की गिरफ्तारी की।
भीड़ की आड़ लेकर उपद्रवियों ने CAA के नाम पर देशभर में हिंसा और दंगे फसाद किए। इस हिंसक विरोध के पीछे ISI का हाथ होने की बात भी सामने आई है। इसी कड़ी में पूर्वोत्तर दिल्ली के सीलमपुर और जाफराबाद थाने के बाहर संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ रैली निकाली गई। इसी दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया।
भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। इस दौरान दिल्ली मेट्रो ने वेलकम, जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर जैसे कई स्टेशन बन्द कर दिए। प्रदर्शनकारियों ने जाफराबाद थाने के बाहर भी प्रदर्शन हुआ और पुलिस के खिलाफ नारे भी लगाए।