नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के बाद अब कांग्रेस को गुजरात में झटका लगता हुआ नजर आ रहा है। हाल ही में मध्यप्रदेश में जो भी राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है उसके बाद अब कांग्रेस के अंदर काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। कभी राजस्थान से बगावत की खबरें उठ रहीं है तो कभी गुजरात से। हालांकि कांग्रेस हर तरह से बिगड़ते हालात पर काबू पाने की कोशिशों में लगी हुई है मगर फिर भी कहीं न कहीं से बगावती सुर लगातार उठ रहे हैं।
अब राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले गुजरात कांग्रेस के चार विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और इन चारों विधायकों का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी स्वीकार भी कर चुके हैं। कांग्रेस के जिन चार विधायकों ने इस्तीफा दिया है उनमें – मंगल गावित, जेवी काकड़िया, सोमाभाई पटेल, प्रद्युमन जाडेजा जैसे नाम शामिल हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी द्वारा गुजरात राज्यसभा चुनाव के लिए तीसरा उम्मीदवार मैदान में उतारे जाने के साथ ही कांग्रेस की धड़कनें अब बढ़ने लगी हैं। इसलिए कांग्रेस को अब डर है कि कहीं उसके विधायक भाजपा के पाले में न पहुंच जाएं, इसी डर की वजह से उसने शनिवार को अपने कई विधायकों को राजस्थान भेज दिया है। इस मामले पर मीडिया से बात करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस विधायकों के ऊपर इस वक्त बेहद दबाव है और भाजपा धन और बाहुबल से राज्यसभा चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
बता दें 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में इस वक्त भाजपा के पास कुल 103, जबकि कांग्रेस के पास 73 विधायक मौजूद हैं। और ये जोड़ तोड़ इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि राज्यसभा के उम्मीदवार को जीतने के लिए 37 वोटों की जरूरत होगी। दोनों पार्टियों के पास दो सीटें जीतने के लिए पर्याप्त बल है। कांग्रेस उम्मीद कर रही है कि निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी उनके उम्मीदवार के लिए ही वोट करने वाले हैं। और राज्यसभा की चार सीटों में से फिलहाल भाजपा के पास तीन और कांग्रेस के पास 1 सीट मौजूद है।