लखीमपुर खीरी/बहराइच। नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े यूपी के इलाकों में पिछले कुछ समय से बेतहाशा आबादी बढ़ रही है। इनमें अल्पसंख्यक यानी मुस्लिमों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसके साथ ही इन इलाकों में मस्जिद और मदरसों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। टीवी चैनल ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ के रिपोर्टर ने इन इलाकों में खुद घूमकर इस हालात का पता लगाया है। टीवी चैनल से कैमरे पर बातचीत में लोगों ने भी माना कि यहां जनसंख्या बढ़ी है और अफसरों ने भी माना है कि मस्जिद और मदरसों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। बता दें कि नेपाल से सटे यूपी के 7 जिले हैं। इनके नाम लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, श्रावस्ती, बहराइच, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और महराजगंज हैं।
यूपी के नेपाल सीमा से सटे जिलों में करीब 1000 गांव हैं। इनमें से 116 गांवों में मुस्लिमों की आबादी 50 फीसदी से ज्यादा है। जबकि, 303 गांव ऐसे हैं, जिनमें अल्पसंख्यक आबादी 30 से 50 फीसदी के बीच है। इन गांवों में अप्रैल 2018 से मार्च 2022 तक मस्जिद और मदरसों की संख्या में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। साल 2018 में यूपी के नेपाल से सटे इलाकों में 1349 मस्जिद और मदरसे हुआ करते थे। अब इनकी संख्या बढ़कर 1688 हो गई है। इन आंकड़ों ने खुफिया एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं और गहन जांच चल रही है।
#EXCLUSIVE: यूपी में इंटरनेशनल बॉर्डर के पास तेजी से बढ़ी मुस्लिम आबादी, 116 गांवों में मुस्लिमों की आबादी 50% के पार
देखिए, संवाददाता @manishtv9 की SUPER EXCLUSIVE रिपोर्ट#MadarsaSurvey #MadrasaPolitics @himanshdxt pic.twitter.com/VmbsH3AjZK
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) September 3, 2022
लखीमपुर खीरी के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वेदपाल ने टीवी चैनल को बताया कि इस बारे में उनके विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है। खास बात ये भी कि इन इलाकों में स्थानीय लोग भी कह रहे हैं कि पिछले समय से यहां अचानक जनसंख्या भी तेजी से बढ़ी है। मसलन बहराइच के रुपईडिहा में ही एक स्थानीय व्यक्ति ने टीवी चैनल को ऑन कैमरा बताया कि साल 1965 में यहां 650 के करीब वोटर यहां थे। अब यहां सीमा पार से लोग आकर भी बस रहे हैं। उस शख्स ने दावा किया कि अब रुपईडिहा में 16000 से ज्यादा वोटर हैं। जबकि, कुल आबादी 20000 के करीब हो चुकी है।