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Hathras Case: दंगा भड़काने के लिए हुई 50 करोड़ रुपये की फंडिंग को लेकर ED शुरू करेगी जांच

Hathras Case: हाथरस मामले को लेकर विदेशों से 100 करोड़ की फंडिंग हुई है। जिसमें सिर्फ मॉरिशस से 50 करोड़ रुपये आये थे। बता दें कि 50 करोड़ी की फंडिंग को लेकर ईडी(प्रवर्तन निदेशालय) अब जांच शुरू करेगी।

Police ED Hathras

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले को लेकर कुछ दिन पहले खुलासा हुआ था कि इस मामले के जरिए यूपी में योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश थी। इसके अलावा हाथरस मामले के जरिए राज्य में जातीय दंगा भड़काने की साजिश थी। बता दें कि इसको लेकर 4 लोगों को मथुरा पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था जो दिल्ली से हाथरस जा रहे थे। गिरफ्तार किए गए इन लोगों का संबंध पीएफआई से बताया जा रहा है। इनपर मथुरा पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है। इसके अलावा इस हाथरस मामले को लेकर विदेशों से 100 करोड़ की फंडिंग हुई है। जिसमें सिर्फ मॉरिशस से 50 करोड़ रुपये आये थे। बता दें कि 50 करोड़ी की फंडिंग को लेकर ईडी(प्रवर्तन निदेशालय) अब जांच शुरू करेगी। इस मामले में ईडी ने मथुरा में पकड़े गए कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया संगठन के चार सदस्यों के विरुद्ध दर्ज एफआइआर का ब्योरा भी जुटाया है।

इसके साथ ही माहौल बिगाड़ने की साजिश के केंद्र में रही वेबसाइट के बारे में तकनीकी ब्योरा जुटाने के लिए संबंधित कंपनियों से संपर्क साधा गया है। ईडी दिल्ली मुख्यालय की टीम पहले से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों के पीछे फंडिंग को लेकर पीएफआइ की भूमिका की जांच कर रही है। ईडी एक वेबसाइट के जरिए माहौल बिगाड़ने की साजिश व इसके लिए विदेश से फंडिंग के मामले में जल्द मनी लांड्रिंग के तहत केस भी दर्ज करेगी।

यूपी में जातीय दंगा कराने की साजिश रचने में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उसके सहयोगी संगठन कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) का नाम सामने आया है। इसको लेकर सोमवार रात मथुरा पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इन लोगों के पास से लैपटॉप, मोबाइल और भड़काऊ साहित्य बरामद किए गए हैं। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उन आरोपियों में मुजफ्फरनगर का अतीकुर्रहमान, बहराइच का मसूद अहमद, रामपुर का आलम और केरल के मल्लपुरम का सिद्दीक शामिल हैं।

इसमें सिद्दीक को लेकर अब बड़ी जानकारी सामने आई। बता दें कि सिद्दीक हाथरस में कई दिनों से पत्रकार बनकर रह रहा था और मामले की जानकारी जुटा रहा था। PFI एजेंट सिद्दीक के पास हाथरस कांड को जातीय दंगों में तब्दील करने की जिम्मेदारी थी। केरल के मल्लपुरम के रहने वाले PFI एजेंट सिद्दीक अपने साथियों के साथ शाहीन बाग में भी देखा गया था।

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