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UP: लखीमपुर खीरी कांड के गवाह ने खुद पर कराई थी फायरिंग! दोस्तों ने खोली पोल, केंद्रीय मंत्री टेनी को बदनाम करने की साजिश भी संभव

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लखीमपुर खीरी। यूपी के लखीमपुर खीरी में राकेश टिकैत गुट के भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष और किसानों को कुचलकर मारने की घटना में फंसे केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष के खिलाफ गवाही देने वाले शख्स दिलबाग सिंह एक मामले में खुद फंस गए हैं। दिलबाग सिंह ने बीते दिनों पुलिस को बताया था कि उनकी कार पर 3 राउंड फायरिंग हुई। हालांकि, उन्होंने किसी पर शक नहीं जताया था, लेकिन लखीमपुर खीरी कांड का गवाह होने के कारण पुलिस ने सख्ती से जांच शुरू की। जांच के दौरान दिलबाग के दो दोस्तों ने इस फायरिंग की पोल खोल दी। दोस्तों ने पुलिस को बताया कि हथियार का लाइसेंस लेने के लिए दिलबाग ने खुद की कार पर फायरिंग कराई।

अफसरों के मुताबिक जांच रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद पुलिस ने दिलबाग के दोनों दोस्तों जीतेंद्र और विपिन के बयान 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए हैं। दिलबाग सिंह ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में दोनों को खुद पर हुए हमले का गवाह भी बताया था। पुलिस ने जब जीतेंद्र और विपिन से घटना के बारे में पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि हथियार का लाइसेंस लेने की खातिर दिलबाग ने खुद घटना की साजिश रची। बीते मंगलवार को दिलबाग ने बताया था कि वो बड़ेहड़ गांव में जीतेंद्र और विपिन को छोड़कर लौट रहे थे। जिस दौरान कुछ बदमाशों ने बाइक पर आकर फायरिंग की।

दिलबाग का कहना था कि एक गोली उनकी कार के टायर पर लगी और वो फट गया। इसके बाद दोनों हमलावर बाइक से उतरकर कार के पास आए और दरवाजा खोलने की कोशिश की। नाकाम रहने पर उन्होंने फिर गोली चलाई और भाग गए। अब पुलिस जांच में दिलबाग के दोस्तों ने जो खुलासा किया, उससे बीकेयू नेता के जेल जाने की नौबत भी आ सकती है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि ये साजिश केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बदनाम करने के लिए तो नहीं रची गई थी?

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