नई दिल्ली। एक तरफ निमंत्रण मिलने के बाद भी कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता सोनिया गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार कर दिया है। वहीं, उनकी पार्टी यानी कांग्रेस के ही तमाम नेता अपने इन बड़े नेताओं की मुखालिफत में खड़े होते जा रहे हैं। यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मल खत्री ने भी अब राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का फैसला किया है। निर्मल खत्री ने एक्स पर पोस्ट में कहा है कि राम भक्त होना कोई पाप नहीं और उनको इस भक्ति पर गर्व है। यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष निर्मल खत्री ने अपने पोस्ट में ये भी कहा है कि राम ही धर्म है और धर्म ही राम है।
निर्मल खत्री ने इसके साथ ही कांग्रेस नेतृत्व को नसीहत भी दी है। उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को शुभकामना तो दी, लेकिन साथ ही ये भी पोस्ट में लिखा कि किसी ईवेंट का मुकाबला ऐसे ही दूसरे ईवेंट से नहीं किया जा सकता। निर्मल खत्री ने कांग्रेस के नेतृत्व को आईना दिखाते हुए लिखा- जो न समझे वो अनाड़ी है। इसके अलावा अपने पोस्ट में निर्मल खत्री ने अंत में महान संत कबीरदास का कथन भी दिया है। संत कबीर के दोहे को लिखकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने ये भी कहा कि इसका अर्थ, परिप्रेक्ष्य और संदर्भ आप खुद समझ लीजिए। पढ़िए, यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष निर्मल खत्री का ये बयान और देखिए कि किस तरह उन्होंने कांग्रेस के बड़े नेताओं को राम मंदिर मसले पर नसीहत दी है।
*राम भक्त होना कोई पाप नही है, मुझे इस भक्ति पर गर्व है । और मुझे इस बात पर भी गर्व है कि मैं प्रभु राम की नगरी का निवासी ही नही वरन मेरी जन्मस्थली व कर्म भूमि भी अयोध्या है। सभी धर्मों के लोगो को अपने अपने इष्ट देवो पर गर्व करना भी चाहिए।
रामकथा के पहले रचयिता वाल्मीकि ने लिखा… pic.twitter.com/98NbBU3d4j— Dr. Nirmal Khatri (@DrNirmalKhatri) January 16, 2024
निर्मल खत्री से पहले हिमाचल में कांग्रेस सरकार के मंत्री और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने भी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का एलान किया था। उनकी मां और हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने तो पीएम नरेंद्र मोदी की सनातन धर्म के लिए किए काम की जमकर तारीफ भी की थी। कांग्रेस के ही नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम और गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवढिया ने भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में न जाने के फैसले को कांग्रेस के लिए आत्मघाती कदम तक बताया था।