News Room Post

Uddhav Thakerey: शिवसेना की संपत्ति से लेकर इंडिया गठबंधन में हैसियत तक, उद्धव ठाकरे का बहुत कुछ दांव पर लगा!

Uddhav Thakre

मुंबई। उद्धव ठाकरे का बहुत कुछ दांव पर लग गया है! शिवसेना की संपत्ति से लेकर विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन तक में हैसियत तक उद्धव ठाकरे के लिए अब मुश्किल का सबब बन सकते हैं। वजह है महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर का वो फैसला, जिसमें उन्होंने भी सीएम एकनाथ शिंदे के गुट को असली शिवसेना माना है और उद्धव के खिलाफ हुई बगावत के तौर-तरीकों को शिवसेना के ही संविधान के मुताबिक सही ठहरा दिया है। चुनाव आयोग पहले ही एकनाथ शिंदे के गुट को असली शिवसेना बताकर पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह तीर-कमान दे चुका है। ऐसे में अब शिंदे और उद्धव गुट के बीच ताजा जंग के आसार बनते दिख रहे हैं।

बालासाहेब ठाकरे के दौर में शिवसेना को महाराष्ट्र के लोगों का भरपूर समर्थन था। इस वजह से पार्टी ने कई संपत्ति भी बना ली और उसके खाते में भी करोड़ों रुपए आए। अब चुनाव आयोग के बाद महाराष्ट्र के स्पीकर नार्वेकर की तरफ से फैसला आने पर शिंदे गुट शिवसेना की इस संपत्ति पर भी दावा ठोक सकता है। संपत्ति का ये मसला जब तय होगा, तब होगा, लेकिन उद्धव के लिए आने वाले दिन आसान नहीं रहने वाले। अगर उद्धव ठाकरे स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाते भी हैं, तो वहां से जल्दी ही कोई फैसला आना भी संभव नहीं दिखता है। कोर्ट में हर पक्ष की बात विस्तार से सुनी जाती है और हर एक मसले पर गौर कर ही आदेश दिया जाता है। खास बात ये भी है कि जब उद्धव गुट ने पहले सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और शिंदे पक्ष से शिवसेना और उसका चुनाव चिन्ह हासिल करने की कोशिश की, तो उस वक्त भी एक बड़ा झटका उनको लगा था। कोर्ट में चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को असली शिवसेना मानते हुए उसे चुनाव चिन्ह देने के अपने फैसले पर जो कहा था, उसे सुप्रीम कोर्ट ने भी तब गलत नहीं बताया था। ऐसे में उद्धव के लिए अब अपने पक्ष में फैसला कराने में नाको चने चबाने पड़ सकते हैं।

इसके अलावा इंडिया गठबंधन में उद्धव ठाकरे के लिए अब स्पीकर का फैसला हैसियत का मसला भी बन गया है। अब तक खबर ये आ रही थी कि उद्धव गुट ने लोकसभा की 23 सीटों पर अपना हक ये कहते हुए जताया है कि बीजेपी के साथ रहते भी उसने पिछला चुनाव इतनी ही सीटों पर लड़ा था। अब जबकि चुनाव आयोग के बाद स्पीकर राहुल नार्वेकर ने भी शिंदे गुट को असली शिवसेना कहते हुए उद्धव को झटका दिया है, तो इंडिया गठबंधन में शामिल एनसीपी और कांग्रेस की तरफ से उद्धव के साथ सीटों पर मोलभाव भी हो सकता है। कुल मिलाकर स्पीकर के फैसले ने महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन की आपसी राजनीति को दिलचस्प बना दिया है और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सीटों को लेकर सिर फुटव्वल भी और तेज होने के आसार बन सकते हैं।

Exit mobile version