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Hathras में हंगामा, सपा और RLD के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बरसाईं लाठियां, पुलिस बोली- स्थिति नियंत्रण में

Samajvadi Party Lathi

नई दिल्ली। हाथरस को लेकर यूपी में सियासत तेज होती चली जा रही है। आलम ये है कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के हाथरस जाने के बाद अब पीड़िता परिवार से मिलने कई राजनीतिक दलों को लोग पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं। हालांकि धारा 144 लागू होने के नाते 5 लोगों को ही गांव के अंदर जाने की परमिशन मिल रही है। हाथरस के डिप्टी SP देव आनंद ने बताया कि, “धारा 144 लागू है और हर पॉलिटिकल पार्टी से सिर्फ 5 लोग अंदर जा रहे थे। (RLD और सपा से) 5 लोगों का डेलीगेशन जा चुका था। हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बैरिकेडिंग के पास खड़े थे। तभी किसी ने एक महिला कांस्टेबल को धक्का देकर अंदर घुसने की कोशिश की।” उन्होंने कहा कि, “हमने जब रोकना चाहा तो पथराव किया गया जिसमें हमारे कुछ साथी चोटिल हुए। इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।”

सपा के एक डेलिगेशन ने की पीड़िता के परिवार से मुलाकात

बता दें कि बीते दिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के हाथरस जाने के बाद आज समाजवादी पार्टी के एक डेलिगेशन ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। इस डेलीगेशन में सपा नेता धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव, सपा विधायक संजय लठार, जयवीर शामिल रहे। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने मौका देख योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

पांच लोगों को है इजाजत

नारेबाजी को देखते हुए वहां मौजूद पुलिस प्रशासन ने सपा कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए उनपर लाठीचार्ज किया। इसके अलावा पुलिस और आरएलडी कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प की खबर सामने आई है। इसको लेकर पुलिस का कहना है कि पांच लोगों को इजाजत थी, लेकिन ज्यादा संख्या में कार्यकर्ता जा रहे थे। इस बात को लेकर विवाद हो गया। फिलहाल ताजा हालात को लेकर पुलिस का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है।

पुलिस का आरोप है कि वहां मौजूद आरएलडी कार्यकर्ताओं ने पत्थरबाजी की और महिला कांस्टेबल के साथ बदसलूकी भी की गई। पुलिस के एक जवान को पथराव से चोट के भी आरोप हैं। हालांकि, कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिस ने उन पर बेवजह लाठीचार्ज किया।

वहीं भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की गाड़ियां अलीगढ़ से हाथरस जाते हुए 20 किलोमीटर पहले रुकवा दी गई हैं। चंद्रशेखर भी पीड़िता के घर परिवार से मिलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम पैदल ही अलीगढ़ से हाथरस जा रहे हैं। हाथरस में पुलिस द्वारा गाड़ी रुकवाने के बाद पैदल ही पीड़ितों के घर के लिए निकल गए। बाद में खबर आई कि पुलिस प्रशासन ने चंद्रशेखर को पीड़िता के परिजनों से मिलने की इजाजत दे दी है।

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