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Sri Ram Temple: इधर अयोध्या में सीएम योगी ने रखी रामलला के गर्भगृह की आधारशिला, उधर ट्विटर पर छाया #सबके_राम_सबके_योगी, जानिए क्या है पूरा मामला

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अयोध्या। आज यानी जून महीने का पहला दिन भी यादगार दिनों की लिस्ट में शामिल हो गया। आज ही के दिन से देश के करोड़ों लोगों का सपना रहे राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण शुरू हो गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूजा-अर्चना के बाद गर्भगृह के निर्माण की पहली शिला रखी। इससे पहले योगी ने हनुमानगढ़ी पहुंचकर बजरंगबली से आशीर्वाद भी लिया। आज से शुरू हुए इस राम मंदिर का गर्भगृह और पहला तल अगले साल यानी 2023 के दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद 14 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति के मौके पर भगवान रामलला और उनके तीन विग्रहों की स्थापना गर्भगृह में की जाएगी।

सोशल मीडिया पर छाए सीएम योगी

राम मंदिर की पहली शिला रखें जाने को लेकर सोशल मीडिया पर भी यूजर्स का क्रेज देखने को मिला। जैसे ही सीएम योगी ने अयोध्या में पूजा-अर्चना के बाद गर्भगृह के निर्माण की पहली शिला रखी, ट्विटर पर जय श्री राम के ट्वीट छाने लगे। वहीं, सीएम योगी की शिला रखने की तस्वीर सामने आते ही #सबके_राम_सबके_योगी ट्रेंड होने लगा। लोग सीएम योगी की तस्वीरों पर जमकर कमेंट करने लगे। कोई सीएम योगी की तारीफ में तसीदे पढ़ रहा है तो कोई भारतीय जनता पार्टी के, तो चलिए दिखाते हैं आपको कुछ ऐसे ही रिएक्शन जो सीएम योगी की तस्वीरों पर देखने को मिले हैं।

आपको बता दें, राम मंदिर के गर्भगृह के निर्माण से पहले यहां उसके लिए मजबूत नींव तैयार की गई। इंजीनियर्स की टीम ने 10-10 इंच मोटाई वाले कंक्रीट के 24 स्तर बतौर नींव तैयार किए। इन्हीं के ऊपर अब मंदिर के गर्भगृह का निर्माण आज से शुरू हो चुका है। मंदिर के पहले तल पर गर्भगृह के अलावा नाट्य मंडप भी बनेगा। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने रामलला के मंदिर का शिलान्यास किया था। रामलला के मंदिर का निर्माण शुरू होने के मौके पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, न्यास के महामंत्री चंपत राय और तमाम गणमान्य लोग मौजूद थे। इस अवसर पर करीब 250 साधु-संतों को भी निमंत्रण दिया गया था। मंदिर को राजस्थान के बंशी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से नागर शैली में बनाया जाएगा। यहां भीतर सफेद संगमरमर का इस्तेमाल होगा।

भूमिपूजन कराकर शुरू हुआ था नींव बनाने का काम

पहले राम मंदिर का जो डिजाइन बना था, वो 128 फुट ऊंचा, 140 फुट चौड़ा और 255 फुट लंबाई का था। अब इसे बदलकर 161 फुट ऊंचाई, 255 फुट चौड़ाई और 350 फुट लंबाई का मंदिर बनना है। रामलला के मंदिर में कुल 4 लाख घन फुट पत्थर लगेंगे। अयोध्या के रामकथा कुंज में पत्थरों को गढ़ने का काम दिन-रात जारी है। ये काम साल 1988 से ही हो रहा है। एक पत्थर पर 2 कारीगर नक्काशी करते हैं। फिलहाल 20 कारीगर इस काम को कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढ़ाकर 100 की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को राम मंदिर के पक्ष में फैसला दिया था। इसके बाद से ही राम मंदिर के नींव को बनाने का काम भूमिपूजन कराकर शुरू कर दिया गया था।

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