इस समय देश भर में समान नागरिक संहिता को लेकर जमकर बवाल छिड़ा हुआ है। मुस्लिम धार्मिक गुरू इसको एंटी इस्लामिक बता रहे हैं। तो वहीं मुस्लिम समुदाय की नुमाइंदगी करने वाले राजनीतिक दल भी इसको मुस्लिम विरोधी एजेंडे का हिस्सा बताते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं। ऐसे ही विरोध करने वालों की लिस्ट में शामिल हैं आल इंडिया मजलिए-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी, जो लगातार हर मंच पर यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध कर रहे हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान ओवैसी ने कहा कि UCC से जितनी तकलीफ हमें होगी उससे ज्यादा तकलीफ हमारे हिंदू भाईयों को होगी।
Hindus will be at loss if UCC introduced, says AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/hRlUFLiAmc
— Take One (@takeonedigital) July 12, 2023
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार निशाना साधते हुए ओवैसी ने आरएसएस को भी लपेटे में लेने का प्रयास किया। यूसीसी पर बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि इसके लागू हो जाने से हिंदू भाईयों के भी कई अधिकार छिन जाएंगे। फिर चाहे हिंदू मैरिज एक्ट हो या और भी धार्मिक रीति-रिवाज हों। इसके साथ ही असदुद्दीन ओवैसी ने एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें उन्होंने हिंदुओं को मिले विशेषाधिकार का जिक्र करते हुए दावा किया है कि ये यूसीसी लागू कर दिए जाने पर चले जाएंगे।
आपको बता दें कि ओवैसी ने हिंदू विवाह अधिनियम,1955 का जिक्र करते हुए यहां तक कहा कि इस कानून के मुताबिक हिंदू पिता की सात पीढियों और मां की पांच पीढियों तक शादी नहीं कर सकते हैं। लेकिन इसका भी अपवाद दे दिया गया है। लेकिन यदि समान नागरिक संहिता लागू हो जाती है तो ये एक अपवाद भी समाप्त हो जाएगा। इसके साथ ही असदुद्दीन ओवैसी ने का, हिंदू विवाह अधिनियम के सेक्शन 7 में कहा गया है कि आप अपनी शादी अपने पारंपरिक रीति रिवाज के साथ कर सकते हैं लेकिन यूसीसी से ये भी चला जाएगा। हिंदू मैरिज एक्ट के सेक्शन 2 के सबसेक्शन का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि हिंदू मैरिज एक्ट अनुसूचित जनजाति पर लागू नहीं होगा, इसके साथ ही ओवैसी ने ये भी कहा कि यूसीसी लागू होने से आदिवासी भाईयों के अधिकार भी चले जाएंगे।