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Hathras Case: आज राहुल गांधी फिर हो सकते हैं हाथरस के लिए रवाना

Rahul Gandhi

नई दिल्ली। हाथरस मामले में उत्तर प्रदेश की सियासत अब चरम पर है। विपक्ष लगातार योगी सरकार पर निशाने साध रहा है। वहीं योगी सरकार ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए हाथरस के पुलिस अधीक्षक, एक डीएसपी और संबंधित थाना प्रभारी को भी सस्पेंड कर दिया है। वहीं इस मामले में राजनीति की बात करें बता दें कि गुरुवार को राहुल और प्रियंका गांधी हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे, इस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया है और इस संबंध में देर शाम ग्रेटर नोएडा पुलिस ने राहुल प्रियंका सहित कांग्रेस के 203 नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। इसके बाद अब खबर आ रही है कि राहुल गांधी शनिवार को दोबारा हाथरस जाने की कोशिश कर सकते हैं। खबरों के मुताबिक राहुल गांधी आज फिर हाथरस रवाना हो सकते हैं। बताया जाता है कि वे दोपहर के समय हाथरस के लिए निकलेंगे।

आपको बता दें इसके पहले गुरुवार को राहुल और प्रियंका गांधी हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे, इस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया है और इस संबंध में देर शाम ग्रेटर नोएडा पुलिस ने राहुल प्रियंका सहित कांग्रेस के 203 नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।

बता दें कि राहुल गांधी पर नियमों का उल्लंघन करने, महामारी एक्ट का उल्लंघन करने समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। नोएडा पुलिस का कहना है कि एफआईआर के तहत जल्द ही कानूनी एक्शन लिया जाएगा।

योगी सरकार ने क्या कार्रवाई की

वहीं हाथरस मामले में योगी सरकार की कार्रवाई की बात करें तो इस मामले में राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपियों और पीड़ित पक्ष का पॉलीग्राफ और नारको टेस्ट कराने का आदेश दिया है। राज्य सरकार ने यह फैसला इस मामले की जांच कर रही SIT की पहली रिपोर्ट मिलने के बाद किया है। इसके अलावा योगी सरकार ने आला अधिकारियों पर बड़ा एक्शन लेते हुए हाथरस के पुलिस अधीक्षक, एक डीएसपी और संबंधित थाना प्रभारी को भी सस्पेंड कर दिया है।

शुक्रवार को देर शाम राज्य सरकार की तरफ से जारी किए एक प्रेस नोट के माध्यम से इस बात की जानकारी दी गई। बता दें कि ऐसा पहली बार होगा कि किसी मामले की जांच करने वाली पुलिस टीम का भी पॉलीग्राफ और नारको टेस्ट कराया जाएगा। इस मामले को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों की कार्रवाई को लेकर खासे नाराज थे। यही वजह है कि एसआईटी की पहली रिपोर्ट मिलते ही सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है।

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