नई दिल्ली। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल लगातार ये मांग कर रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर पर मोदी सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाए। बीते दिनों कांग्रेस और इन विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठक कर पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर ये मांग दोहराई। अब जानकारी मिली है कि संसद का विशेष सत्र बुलाने की विपक्ष की मांग के साथ एनसीपी-एसपी के अध्यक्ष शरद पवार नहीं थे। ये जानकारी मीडिया को शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने खुद दी है।
सुप्रिया सुले के मुताबिक वो भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए विदेश गई थीं। उस वक्त कांग्रेस ने विशेष सत्र के संबंध में पीएम मोदी को भेजी जाने वाली चिट्ठी पर दस्तखत करने के लिए सुप्रिया सुले से संपर्क किया था। सुप्रिया सुले के मुताबिक उन्होंने कांग्रेस से कहा कि अभी विदेश में हैं। साथ ही सुप्रिया सुले ने ये भी कहा कि ये सरकार पर सवाल उठाने का सही वक्त नहीं है। सुप्रिया सुले ने कहा कि कांग्रेस को उन्होंने सलाह दी कि विदेश से लौटने के बाद बैठक की जाए, लेकिन कांग्रेस और उसके साथ के अन्य विपक्षी दलों ने उससे पहले ही संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग वाली चिट्ठी पीएम मोदी को भेज दी।
सुप्रिया सुले के मुताबिक उनके पिता और एनसीपी-एसपी के अध्यक्ष शरद पवार ने पहले ही एलान कर रखा है कि जब तक ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, उस वक्त तक सरकार के साथ पार्टी खड़ी है। सुप्रिया सुले ने कहा कि ये वक्त सियासत करने का नहीं है। ये भारत की सुरक्षा का मामला है। शरद पवार की सांसद बेटी ने कहा कि देश पहले आता है। उसके बाद राज्य, पार्टी और परिवार। उन्होंने कहा कि एनसीपी-एसपी संसद के मॉनसून सत्र में सरकार से सवाल जरूर पूछेगी। सुप्रिया सुले ने कहा कि इस वक्त दुनिया को दिखाना है कि आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट है। बता दें कि इससे पहले भी कई मौके ऐसे आए हैं, जब शरद पवार ने मोदी सरकार के कदम का साथ देते हुए कांग्रेस से किनारा किया। सुप्रिया सुले ने ये भी कहा कि उनके नेतृत्व वाला भारतीय दल मिस्र, कतर, इथोपिया और दक्षिण अफ्रीका गया था। इन सभी देशों ने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और भारत से एकजुटता दिखाई।