News Room Post

कोरोना की खातिर योगी सरकार ने रचा अभेद्य चक्रव्यूह, स्कूलों को लेकर हुआ ये बड़ा फैसला

नई दिल्ली। देशभर में फैले कोरोनावायरस को रोकने की खातिर योगी आदित्यनाथ सरकार ने अचूक तैयारियां की हैं। समय से पहले ही योगी सरकार इस खतरनाक वायरस को लेकर अलर्ट थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए डेढ़ महीने पहले ही तैयारी शुरू कर दी गयी थी। पैरामेडिकल स्टाफ की ट्रेनिंग भी कराई गयी।

यूपी के हर जिले में आइसोलेशन वार्ड बनाया है। प्रदेश में 820 बेड आरक्षित हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 24 और निजी कॉलेज में 438 बेड रिज़र्व किये गए हैं। यूपी सरकार ने किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, पीजीआई और एएमयू में जांच के इंतज़ाम किए हैं। साथ ही बीआरडी गोरखपुर और बीएचयू में भी लेबोरेट्री की व्यवस्था करने पर बातचीत चल रही है।

सीएम आदित्यनाथ ने बताया कि यूपी में 11 पेशेंट मिले हैं। इनमे से 10 दिल्ली में सफदरगंज अस्पताल में भर्ती हैं जबकि एक केजीएमयू में भर्ती है। उपचार से जरूरी बचाव है इसलिए बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा से जुड़े सभी स्कूल और पंचायत में हैंड बिल पोस्टर लगाकर बचाव के जागरूकता फैलाने जैसे कार्यक्रम चलाने की तैयारी की गई है। यूपी के जिन स्कूलों में इम्तिहान हो चुके हैं, वहां 22 मार्च तक स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है ।

योगी ने बताया कि आईसोलेशन वार्ड से जुड़े सभी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हर व्यक्ति मास्क न लगाएं इससे पैनिक हालात पैदा हो सकते है। यूपी की तरफ से नेपाल सीमा पर थर्मल स्कैनर लगवाए गए हैं। साथ ही बेसिक, माध्यमिक, उच्च व तकनीक शिक्षा परिषद की परीक्षाओं को 22 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है।

गौरतलब है इससे पहले दिल्ली हरियाणा और केरल की राज्य सरकारें भी कोरोना के खतरे को देखते हुए इस तरह के आदेश दे चुकी हैं। ये आदेश इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि शुक्रवार को नोएडा की एक कम्पनी में कोरोना वायरस का एक केस पाया गया है जिसकी वजह से उस ऑफिस के सभी 700 से अधिक कर्मचारियों पर अब नजर रखी जा रही है।

पढ़ें : कोरोनावायरस के चलते फिल्म ‘सूर्यवंशी’ की रिलीज डेट टली

अमिताभ बच्चन ने कुछ अंदाज में दिया कोरोना को जवाब, शेयर किया ये वीडियो

Exit mobile version