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कौन हैं एसएन श्रीवास्तव जिनको गृह मंत्रालय ने दी दिल्ली में शांति स्थापित कराने की जिम्मेदारी

नई दिल्ली। दिल्ली में लगातार तीन दिनों तक जिस तरह से सड़कों पर कोहराम मचा उसको शांत कराने के लिए लगातार सरकार की तरफ से कोशिश की गई। गृहमंत्री अमित शाह ने इस मामले पर लगातार बैठक की तो वहीं उन्होंने अपनी नजर भी पूरे घटनाक्रम पर बना रखी थी। गृह मंत्रालय ने दिल्ली में फैली हिंसा को लेकर 25 फरवरी की रात को भारतीय पुलिस सेवा(1985 बैच) के आईपीएस अधिकारी एसएन श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) नियुक्त किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को भी आदेश दिया कि वह स्थिति को काबू में रखने के लिए हरसंभव प्रयास करें।

गृह मंत्रालय ने जिन एसएन श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से दिल्ली में स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) की जिम्मेदारी दी वह सीआरपीएफ के डीजी ट्रेनिंग थे। एसएन श्रीवास्तव AGMUT 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। कहा जा रहा है कि एसएन श्रीवास्तव दिल्ली के नए पुलिस आयुक्त हो सकते हैं।  वह बेहद तेज तर्रार अधिकारी के तौर पर जाने जाते हैं।  दिल्ली में हिंसा के बीच फिलहाल उनकी तैनाती दिल्ली में विशेष पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) के तौर पर की गई है।

इससे पहले भी वो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में रह चुके हैं। स्पेशल सेल में रहते हुए एसएन श्रीवास्तव ने दिल्ली में IPL मैच में फिक्सिंग का खुलासा किया था। तब वो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में विशेष पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। एसएन श्रीवास्तव इसके पहले दिल्ली के दो जिलों में डीसीपी के तौर पर भी कार्यरत रह चुके हैं इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त आयुक्त के तौर पर भी राष्ट्रीय राजधानी में अपनी सेवाएं दी हैं।

एसएन श्रीवास्तव अभी तक डीजी सीआरपीएफ (ट्रेनिंग) के तौर पर तैनात थे। गृहमंत्रालय ने उन्हें तत्काल प्रभाव से दिल्ली में बड़ी जिम्मेदारी दी। एसएन श्रीवास्तव के बारे में ये कहा जाता है कि वो कठिन से कठिन परिस्थितियों में जल्दी और सटीक निर्णय लेने में कुशल हैं। ऐसे में उनके नाम को लेकर कमिश्नर पद की जिम्मेदारी उन्हें दिये जाने के कयास भी तेज हो गए हैं।

इससे पहले वो जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ में तैनात थे। जम्मू कश्मीर में एडीजी, पश्चिमी क्षेत्र (सीआरपीएफ) रहते हुए गृह युद्ध जैसी स्थितियों से निपटने का उनका लंबा अनुभव है। माना जा रहा है कि उनके इस अनुभव को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में हिंसा को काबू करने के लिए उनकी तैनाती की गई।

यहां रहते हुए उन्होंने कई आतंकियों को भी पकड़ा था। सूत्रों की मानें तो इंडियन मुजाहिदीन को खत्म करने का श्रेय भी एसएन श्रीवास्तव को जाता है।

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