ताइपे। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी के दौरे की वजह से चीन और ताइवान के बीच जारी तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। चीन ने पहले 7 अगस्त तक ताइवान के चारों तरफ सैन्य अभ्यास करने का एलान किया था। अब उसने इसे और आगे भी चलाने की बात कही है। इसके जवाब में अब ताइवान ने भी सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। ताइवान ने आरोप लगाया है कि चीन के विमान, जहाज और ड्रोन उसकी सीमा के पास पहुंच रहे हैं। ताइवान ने कहा है कि वो चीन की किसी भी हमले की कोशिश को हर हाल में रोकेगा। चीन के एक सैन्य विशेषज्ञ ने कहा है कि ताइवान के चारों तरफ चीन अब हमेशा ही सैन्य अभ्यास करेगा। हालात के नया मोड़ लेने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चिंता जताई है। बता दें कि ताइवान को चीन अपना ही हिस्सा मानता है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता येन यू शियेन ने पत्रकारों को बताया कि चीन के सैन्य अभ्यास की वजह से उसके यहां से विमानों की उड़ान और बंदरगाहों में जहाजों के आने और जाने में मुश्किल खड़ी हो रही है। इसकी वजह चीन की तरफ से दागी जा रही मिसाइलें हैं। ये मिसाइलें ताइवान के चारों तरफ चीन लगातार दाग रहा है। उधर, चीन का कहना है कि उसका सैन्य अभ्यास ताइवान की आजादी की बात कहने वाले शातिर लोगों के लिए सबक है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबेन ने कहा कि हम चाहते हैं कि अमेरिका ने जो गलती पेलोसी को ताइवान भेजकर की, वैसी गलती से वो आगे बाज आए।
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का भी बयान आया है। केंटुकी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे बाइडेन ने कहा है कि वो ताइवान को लेकर चिंतित नहीं हैं। उनकी चिंता चीन की कार्रवाई को लेकर है। बाइडेन ने कहा कि चीन अपनी हद पार कर रहा है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि चीन अब अपने उठाए गए कदम से और आगे नहीं बढ़ेगा।