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US-India: कोरोना मैनेजमेंट से चीन की दादागीरी रोकने तक, PM मोदी से मुलाकात में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने बांधे तारीफ के पुल

बैठक के बाद व्हाइट हाउस ने संयुक्त सैन्य बल-बहरीन में भारत को बतौर सहयोगी शामिल करने की भी घोषणा की। भारत ने अपने बयान में इसका जिक्र नहीं किया। खबर ये भी है कि अमेरिका अब भारत को रूस से दूर करने के लिए 50 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद देने पर भी विचार कर रहा है।

modi and joe biden

टोक्यो। पीएम नरेंद्र मोदी ने जिस तरह कोरोना महामारी के संकट से निपटने का मैनेजमेंट किया, उससे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन काफी प्रभावित हैं। इसके अलावा चीन के खिलाफ भारत की रक्षा नीति और अन्य मामलों में भी बाइडेन ने मोदी की तारीफ की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने कोरोना का जिस तरह भारत ने मैनेज किया, वो दिखाता है कि लोकतंत्र में हम क्या हासिल कर सकते हैं। दोनों नेताओं के बीच क्वॉड बैठक के बाद अलग से हुई मीटिंग में बाइडेन ने मोदी की जबरदस्त तारीफ की। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में भारत-अमेरिका सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की। वहीं, मोदी ने अमेरिकी उद्योगों को मेक इन इंडिया के तहत भारत आकर निर्माण के लिए न्योता दिया।

बैठक के बाद व्हाइट हाउस ने संयुक्त सैन्य बल-बहरीन में भारत को बतौर सहयोगी शामिल करने की भी घोषणा की। भारत ने अपने बयान में इसका जिक्र नहीं किया। खबर ये भी है कि अमेरिका अब भारत को रूस से दूर करने के लिए 50 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद देने पर भी विचार कर रहा है। बैठक में मोदी ने बाइडेन से कहा कि भारत और अमेरिका का रणनीतिक गठजोड़ भरोसे की साझेदारी है। ये दोस्ती वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए बेहतर रहेगी। बैठक के बाद मोदी ने ट्वीट कर बाइडेन से बातचीत को सार्थक भी बताया था।

भारत के विदेश मंत्रालय ने बैठक के बारे में कहा कि दोनों पक्षों ने खासतौर पर उभरती तकनीकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कम्प्यूटिंग, अंतरिक्ष, बायोटेक और सेमीकंडक्टर पर बात की। दोनों नेताओं ने दीर्घकालिक टीका कार्यक्रम को 2027 तक जारी रखने का फैसला किया। भारत और अमेरिका ने आर्थिक सहयोग बढ़ाने और महामारी को रोकने के लिए तैयारी का भी फैसला किया है। नवीकरणयी ऊर्जा, उद्योगों को कार्बन मुक्त बनाने, वाहनों से शून्य उत्सर्जन और निवेश पर भी मोदी और बाइडेन के बीच चर्चा हुई।

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