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Delhi: 4 साल पुराने नेहरू और आईआईटी पर दिए बयान पर घिरे अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ पत्रकार ने खोली पोल तो यूजर्स बोले…

kejriwal

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी AAP के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल करीब 4 साल पहले दिए गए अपने एक बयान की वजह से फिर सोशल मीडिया पर घिर गए हैं। केजरीवाल ने नवंबर 2018 में दिल्ली में एक पुल के उद्घाटन के मौके पर कहा था कि अगर देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू ने आईआईटी खड़गपुर की जगह 182 मीटर ऊंची कोई मूर्ति बनाई होती, तो मैं आईआईटी में नहीं पढ़ पाता। केजरीवाल के इस बयान को मशहूर रक्षा विशेषज्ञ और ORF के फैलो सुशांत सरीन ने ट्वीट कर कहा कि इस बयान को आधार बनाकर कोई नेहरू पर फिर निशाना साध सकता है। इस ट्वीट पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सलाहकार और वरिष्ठ पत्रकार कांचन गुप्ता ने केजरीवाल को आईआईटी का इतिहास पढ़ा दिया। वहीं, कांचन के ट्वीट पर यूजर्स ने भी केजरीवाल से खूब मजे लिए।

कांचन गुप्ता ने सुशांत सरीन के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि नेहरू ने आईआईटी नहीं बनाए थे। उन्होंने लिखा कि पश्चिम बंगाल के सीएम रहे डॉ. विधानचंद्र रॉय ने 1950 में कोलकाता में पहले आईआईटी की स्थापना की थी। बाद में ये आईआईटी खड़गपुर चला गया। कांचन ने आगे लिखा कि आईआईटी खड़गपुर संबंधी कानून 1956 में बना था। आगे उन्होंने और भी आईआईटी की स्थापना का इतिहास लिख दिया। कांचन गुप्ता ने लिखा कि पवई में तत्कालीन सोवियत संघ की मदद से आईआईटी बना। वहीं, आईआईटी कानपुर अमेरिका ने बनवाया। जबकि आईआईटी मद्रास की स्थापना जर्मनी ने मदद देकर करवाई।

बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने आईआईटी खड़गपुर से ही इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी। बाद में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास की और रेवेन्यू सर्विस के अफसर रहे। आम आदमी पार्टी बनाने से ठीक पहले अन्ना आंदोलन के दौरान उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। बहरहाल, पुराने बयान की वजह से वो अब सोशल मीडिया यूजर्स का निशान भी बन गए हैं। आप भी देखिए, लोगों ने केजरीवाल के आईआईटी के बारें में दिए गए बयान पर क्या प्रतिक्रिया जताई है…

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