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लॉकडाउन : गृह मंत्री अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों को दिया निर्देश, मजदूरों का पलायन रोका जाए

नई दिल्ली। लॉकडाउन की घोषणा के बाद से दिल्ली-एनसीआर में फंसे मजदूरों ने पैदल ही अपने घरों की तरफ कूच कर दिया है। इस स्थिति में कोरोना के संक्रमण का खतरा गांवों की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा है। हालांकि सरकार की तरफ से लोगों को जहां हैं वहीं रहने की अपील की जा रही है। उनके खाने-पीने और रहने का इंतजाम भी किया जा रहा है, लेकिन पैदल निकले लोग घर से पहले रूकने पर राजी नहीं हैं।

इसी को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है और उनसे इस वक्त मजदूरों का पलायन रोकने को कहा है। गृह मंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्रियों से बात की है और उन्हें कहा है कि वे लॉकडाउन की वजह से बेघर हुए लोगों के रहने की व्यवस्था करे। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि मजदूरों का पलायन रोका जाए।

गृह मंत्रालय ने कहा है कि मजदूरों, बेघर लोगों के लिए भोजन, कपड़ा, दवा और रहने की तत्काल व्यवस्था की जाए। बता दें कि आज लॉकडाउन का चौथा दिन है। शुक्रवार से ही दिल्ली से देश के अलग-अलग राज्यों में जाने वाली सड़कों पर मजदूरों की लंबी कतार लगी हुई है। ये मजदूर यहां से किसी भी हालत में निकलना चाहते हैं। इस वजह से संक्रमण का खतरा एक बार फिर से बढ़ता नजर आ रहा है।

दिल्ली-एनसीआर में फंसे देश भर के मजदूरों को यहां से निकालने पर अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री अलग-अलग बयान जारी कर रहे हैं। बिहार के सीएम नीतीश कुमार कहा है कि जो मजदूर जहां है अभी वहीं रहें, क्योंकि उनके वापस आने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिया है कि जो भी प्रवासी मजदूर जहां फंसे हुए हैं उन्हें राज्य की सीमा तक सरकारी बस से पहुंचाया जाएगा। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है और उनसे इस वक्त मजदूरों का पलायन रोकने को कहा है।

दिल्ली के आनंद विहार में बड़ी संख्या में मजदूरों की भीड़ है, ये सभी मजदूर जल्द से जल्द घर लौटना चाहते हैं। इनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने 1000 बसों का इंतजाम किया है। ये मजदूर यूपी के एटा, इटावा, बुलंद शहर, बदायूं की ओर जाने वाले हैं। सीएम योगी ने कहा कि मजदूरों को न सिर्फ सकुशल घर वापस भेजा जाएगा, बल्कि उनके खाने-पीने का इंतजाम किया जाएगा।

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