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Maharashtra: महाराष्ट्र सरकार ने फडणवीस सहित 11 नेताओं की घटा दी सुरक्षा, शुरू हो गया सियासी बवाल

Uddhav thackrey Devendra

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में एक बार फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बवाल शुरू हो गया है। आज महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे ने सुरक्षा समीक्षा के बाद कई नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था घटा दी तो कई की सुरक्षा वापस ले ली गई। जबकि कईयों की सुरक्षा व्यवस्था में बढ़ोत्तरी की गई और कई नए लोगों को सुरक्षा घेरा प्रदान करने की अनुमति दे दी गई। इसके बाद से ही प्रदेश में सियासी बवाल शुरू हो गया है। भाजपा नेताओं की तरफ से प्रदेश सरकार की इस कार्रवाई को बदले की भावना से प्रेरित बताया जा रहा है।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और अभी विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस और उनकी पत्नी के सुरक्षा कवर को घटाने का फैसला किया है। वहीं यूपी के पूर्व राज्यपाल राम नाइक, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की भी सुरक्षा घटाने का निर्देश जारी किया गया है। जबकि उद्धव सरकार ने भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल की सुरक्षा वापस ले ली है।

आपको बता दें कि आज उद्धव सरकार ने देवेंद्र फडणवीस सहित 11 नेताओं की सुरक्षा घटा दी, वहीं सरकार की तरफ से 16 की सुरक्षा वापस लेने का आदेश जारी किया गया तो दूसरी तरफ सरकार ने 2 लोगों का सुरक्षा अपग्रेड करने और 13 नए लोगों को सुरक्षा देने का भी आदेश जारी किया। एक बैठक के बाद उद्धव सरकार की तरफ से यह फैसला लिया गया।

इसके बाद से ही राज्य में सियासी बवाल शुरू हो गया है। प्रदेश के भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने इसे ‘बदले की राजनीति’ के तहत की गई कार्रवाई बताया है। वहीं देवेंद्र फडणवीस की तरफ से जो बयान आया है उसकी मानें तो इससे उनकी यात्रा करने और लोगों से मिलने की योजना पर असर पड़ेगा।

आपको बता दें की देवेंद्र फडणवीस की सुरक्षा घटाई ही नहीं गई बल्कि उनकी बुलेटप्रूफ गाड़ी भी वापस ले ली गई है। फडणवीस को अब ‘जेड-प्लस’ की जगह ‘एस्कॉर्ट के साथ वाई-प्लस श्रेणी’ की सुरक्षा दी जाएगी। वहीं, फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस और बेटी दिविजा को ‘एस्कॉर्ट के साथ वाई-प्लस’ श्रेणी की नहीं बल्कि ‘एक्स’ श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया गया है।

वहीं देवेंद्र फडणवीस के अलावा विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर और भाजपा विधायक प्रसाद लाड की भी सुरक्षा कम करने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही भाजपा नेता सुधीर मुनगुंटीवार की सुरक्षा को सरकार ने वापस लेने का निर्देश दिया है जिसके बाद भाजपा नेता ने ट्वीट कर लिखा कि ‘सरकार का धन्यवाद… आपने हमारी सुरक्षा वापस ली। नक्सलग्रस्त जिला होने के कारण मुझे सुरक्षा दी गई थी, लेकिन आज नक्सलवाद खत्म होता हुआ दिखाई दे रहा है। हमारी सुरक्षा हटाई गई। फिर भी जनता के हितों की सुरक्षा के लिए हमारी आवाज और धारदार होगी।’

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