नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के नेता उमर अब्दुल्ला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और उमर के पिता फारूक अब्दुल्ला ने ये घोषणा करते हुए कहा कि मैं खुद चुनाव लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि जब जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिल जाएगा तब मैं सीट छोड़ दूंगा और तब उमर वहां से चुनाव लड़ेंगे। फारूक ने अधिकारियों के तबादले पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से इस संबंध में संज्ञान लेने की अपील की है।
#WATCH जम्मू: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की घोषणा पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "आज ECI ने घोषणा कर दी है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव 3 चरणों में होगा। 2 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। मैं ECI से ये उम्मीद करूंगा कि सभी को लेवल प्लेइंग फील्ड दें। इन लोगों ने जो… pic.twitter.com/dGDAXj5ThG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 16, 2024
अब उमर अब्दुल्ला को लेकर तय हो गया कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे मगर क्या पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती चुनाव में किस्मत आजमाएंगी? इस बारे में अभी तक महबूबा या उनकी पार्टी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में जब धारा 370 हटाई गई तब हालात के मद्देनजर वहां के सभी बड़े नेताओं को नज़रबंद कर दिया गया था। इसके बाद 2019 में जब नज़रबंदी हटाई गई तो उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने ये ऐलान किया था कि जब तक वो फिर से धारा 370 को बहाल नहीं करा देंगे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि इन दोनों ने ही हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाई थी मगर दोनों ही नेताओं को बुरी तरह हार क सामना करना पड़ा।
I welcome the announcement of the assembly election in Jammu and Kashmir made by the Election Commission of India today.
In the last 10 years, the Modi Govt through a series of relentless initiatives, has created a new era of peace, development and strengthening democracy in…
— Amit Shah (@AmitShah) August 16, 2024
दूसरी तरफ, देश के गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित होने के बाद प्रतिक्रिया दी है। अमित शाह ने सोशल मीडिया पर लिखा, मैं निर्वाचन आयोग द्वारा आज जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा का स्वागत करता हूं। पिछले 10 वर्षों में, मोदी सरकार ने अथक प्रयासों की एक श्रृंखला के माध्यम से, जम्मू-कश्मीर में शांति, विकास और लोकतंत्र को मजबूत करने का एक नया युग बनाया है। विधानसभा चुनाव लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करेगा। इससे क्षेत्र के लिए विकास के नए दौर के द्वार खुलेंगे। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से चुनाव में सक्रिय रूप से भाग लेने और एक ऐसी सरकार बनाने के लिए बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील करता हूं जो शांति और विकास बनाए रखे और युवाओं के लिए उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करे।