नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए को कड़ी टक्कर देने के लिए विपक्ष ने भी बेंगलुरु में पहले मीटिंग की और दिल्ली में मुलाकात कर एक नए गठबंधन ‘इंडिया’ को बनाया। इस गठबंधन के सामने आने के बाद एनडीए की सरकार अलर्ट मोड पर है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भीतर अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। रिपोर्टों से पता चलता है कि पीएम मोदी दस दिनों के भीतर 400 से अधिक एनडीए सांसदों से मिलने की योजना बना रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि अभी 18 जुलाई को ही एनडीए के 39 घटक दलों ने अपनी स्थापना के 25 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए एक बैठक बुलाई थी। अटकलें लगाई जा रही हैं कि पीएम 2024 के चुनावों के लिए रणनीति बना रहे हैं।
ये है योजना:
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने 430 एनडीए सांसदों को 11 जोन में बांट दिया है। पीएम मोदी अब इन सांसदों को अलग-अलग क्षेत्रों में बांटकर 31 जुलाई से 10 अगस्त तक उनके साथ बैठकें करने की तैयारी में हैं। इन बैठकों की तैयारी का नेतृत्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, बीएल वर्मा, धर्मेंद्र प्रधान और शांतनु ठाकुर कर रहे हैं।
कथित तौर पर, बैठकों के पहले दिन 31 जुलाई को, प्रधान मंत्री उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग, कानपुर, बृज, बुंदेलखंड, पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के सांसदों के साथ बातचीत करेंगे। ये बातचीत दो दौर में शाम 6:30 बजे और 7:30 बजे आयोजित की जाएगी। इन सत्रों के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रह सकते हैं। साथ ही दूसरे दौर की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के शामिल होने की उम्मीद है।