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संबित पात्रा का आरोप, ‘राशन देते वक्त कांग्रेसी पूछ रहे सवाल- ‘मोदी अच्छा या गहलोत’, मोदी कहने पर हुआ ये बर्ताव’

sAMBIT sonia

नई दिल्ली। लॉकडाउन के चलते लोगों को राशन की दिक्कत ना हो, इसके लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारें अपनी तरफ से कोशिशों में लगी हुई हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसको लेकर कहा जा रहा है कि, कांग्रेसी राशन बांटने के नाम पर पीएम मोदी और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की तुलना कर लोगों से सवाल पूछ रहे हैं। इस वीडियो को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी शेयर किया है और कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।

बता दें कि रविवार को संबित पात्रा ने अपने अकाउंट से एक वीडियो अपलोड करते हुए कांग्रेस पर गरीबों के साथ राजनीति करने का आरोप लगाया है। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि राशन देने के नाम पर लोगों से पूछा जा रहा है कि ‘मोदी अच्छा है या गहलोत?’ अगर कोई मोदी का नाम लेता है तो उससे कहा जा रहा कि जाओ फिर दिए जलाओ।

इसी वीडियो को लेकर संबित पात्रा ने कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधते हुए लिखा है कि, ‘सोनिया जी, ये question paper आप ने सेट किया है कांग्रेस शासित राज्यों के लिए? राशन देते समय पूछा जाता है कि बोलो मोदी अच्छा है या अशोक गहलोत? और अगर बूढ़ी मां मोदी का नाम लेती है तो उससे राशन वापस लिया जाता है। आप के विधायकों को शर्म आनी चाहिए इस अमानवीय व्यवहार के लिए।’

वीडियो

संबित पात्रा के इस ट्वीट पर देखिए लोगों ने किस तरह के रिप्लाई किए..

फिलहाल इस वीडियो में कांग्रेस की तरफ से भले ही लोगों को राशन देते वक्त पीएम मोदी और गहलोत में कौन अच्छा है, पूछा जा रहा हो लेकिन इससे पहले राहुल गांधी भी इस महामारी में राजनीति करने से पीछे नहीं रहे। उन्होंने केंद्र से सवाल करते हुए कहा कि, गोदाम भरे पड़े हैं लेकिन गरीबों के पास खाने को नहीं है। गरीबों तक अनाज दीजिए। किसानों को प्रोटेक्शन की जरूरत है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को प्रोटेक्शन की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि रिसोर्सेज को स्टेट के हाथ दीजिए। राज्यों को जीएसटी दीजिए। आपको मुख्यमंत्रियों को और ज्यादा अधिकार देने की जरूरत है। केंद्र को मेन नैशनल सिस्टम को कंट्रोल करने की जरूरत है लेकिन राज्यों को अपने क्षेत्रों को लेकर फैसला लेने का अधिकार होना चाहिए। राहुल ने कहा कि लॉकडाउन को रणनीतिपूर्वक खोलना चाहिए। इसके लिए राज्यों को आक्रामक ढंग से टेस्टिंग करनी पड़ेगी।

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