नई दिल्ली। शाहीन बाग में फायरिंग के आरोपी कपिल गुर्जर को सिर्फ दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजे जाने पर बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर भड़क गईं। स्वरा भास्कर ने इसको लेकर एक ट्वीट कर दिया और इसके बाद उन्हें ट्रोल कर दिया गया है। लोग स्वरा के कानून ज्ञान को लेकर उन्हें ट्वीट करने लगे। स्वरा से यूजर यह तक पूछने लगे कि कानून का ज्ञान नहीं था तो फिर केवल विरोध करने के चक्कर में ऐसी बातें लिखने का क्या मतलब है।
उन्होंने ट्वीट कर तंज कसा है। स्वरा भास्कर ने ट्वीट कर कहा, ‘सिर्फ 2 दिन…आज़ाद को 14 दिन की जेल हुई थी, क्यों? संविधान हाथ में लेकर घूमने के लिए? वाह री न्याय व्यवस्था’। बता दें कि दिल्ली की एक अदालत ने कल शाहीन बाग इलाके में गोली चलाने के आरोपी कपिल गुर्जर को आज दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
स्वरा भास्कर उन बॉलीवुड सेलिब्रिटीज में शामिल हैं, जो मोदी सरकार की नीतियों की लगातार आलोचना करती रही हैं। खासकर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर वे केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद करती रही हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने मध्य प्रदेश के इंदौर में सीएए के खिलाफ एक रैली को संबोधित किया। इस रैली में काफी संख्या में लोग भी इकट्ठा हुए थे।
हालांकि इस रैली से पहले स्वरा भास्कर का काफी विरोध भी हुआ और सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया गया, लेकिन इसके बावजूद इंदौर के महालक्ष्मी मैदान पर आयोजित इस रैली में काफी संख्या में लोग जुटे। इस रैली में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए स्वरा भास्कर ने कहा कि, ‘सरकार आजकल जरूर कोई सस्ता नशा कर रही है और ये नशा है नफरत का नशा’।
इंदौर की रैली में स्वरा भास्कर के साथ मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर भी मौजूद थीं। न्यूज चैनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस रैली में स्वरा भास्कर ने अदनान सामी को पद्मश्री देने का मुद्दा भी उठाया और कहा कि आप हम पर आंसू गैस के गोले दागो, लाठियां चलाओ और गाली दो और एक पाकिस्तानी को पद्मश्री दे दो।’
अब स्वरा के इस कानून ज्ञान पर लोग इस तरह प्रतिक्रिया दे रहे हैं….
टेंशन ना लो स्वरा अल्लाह ने चाहा तो शरजील के ज्यादा दिन जेल में बीतेंगे !?
— पीयूष तिवारी ?? (@piyushtofficial) February 3, 2020
रिमांड है मोहतरमा रिमांड,
सजा नहीं हुई है अभी,— The Indianstwit?? (@indianstwit) February 3, 2020
इतनी अकल होती तो ऐसी बातें नहीं करती. देखा बिल्कुल पागल हो गई है.
— बेखौफ Hindu (@Milans96973051) February 3, 2020
Hey #UrbanNaxals & #TukdeTukdeGang ,
पुलिस कस्टडी और ज्यूडिशियल कस्टडी में फर्क होता है थोड़ा जानकारी कर लिया करो ट्वीट करने से पहले।
— Vijay Mahajan (@thevijaymahajan) February 3, 2020
जाहिल वामपंथी न्यायिक हिरासत और पुलिस रिमांड में पहले अंतर पता कर लें फिर नेता बनने की जल्दबाजी कर। वामपंथी होने के लिए बेवकूफ होना जरूरी होता है क्या
— राजीव पटेल (@RajivPa64534116) February 3, 2020
?????? pic.twitter.com/OtmzIubl7i
— टिंकू तिवारी ? (@Saket14565220) February 3, 2020