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UCC In UP? उत्तराखंड के बाद यूपी में भी समान नागरिक संहिता लागू होने के आसार, CM योगी ने दिया संकेत

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लखनऊ। देश की आजादी के लिए लंबे समय तक काला पानी की सजा पाने वाले और प्रखर राष्ट्रवादी वीर सावरकर का नाम लेते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने समान नागरिक संहिता लागू करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ‘वीर सावरकर जो भारत का विभाजन रोक सकते थे और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा दृष्टि’ शीर्षक वाली किताब के विमोचन के मौके पर शुक्रवार को कहा कि हर नागरिक को अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक के नजरिए से देखने की जगह नागरिक के तौर पर देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में लागू किया है कि सड़क पर न पूजा होगी, न नमाज। धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटने से लोगों ने राहत महसूस की है। बता दें कि हाल ही में यूपी के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड ने समान नागरिक संहिता कानून बनाने के लिए विशेषज्ञों की एक कमेटी सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज रंजना देसाई की अध्यक्षता में बनाई है।

योगी ने कहा कि शांतिपूर्वक लाउडस्पीकर हटाने के लिए प्रदेश की जनता और धर्मगुरुओं का वो अभिनंदन करते हैं। उन्होंने कहा कि सावरकर का विचार आज ज्यादा सार्थक है। लोग कहते थे कि कश्मीर के बारे में अनुच्छेद 370 खत्म नहीं हो सकता, वो हो चुका है। योगी ने कहा कि सावरकर का जीवन देश को दिव्यदृष्टि देकर गया है। आजादी के बाद ही अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए था, लेकिन वो आज बन रहा है। उन्होंने इस मौके पर कांग्रेस पर तीखा हमला किया। योगी ने कहा कि कांग्रेस ने सावरकर, सुभाष चंद्र बोस और आंबेडकर समेत तमाम राष्ट्रनायकों को अपमानित किया। सावरकर का राष्ट्रवाद का विचार था, कांग्रेस ने उसे नहीं माना। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने जब पोर्ट ब्लेयर की सेलुलर जेल में सावरकर के नाम की एक स्मृतिका लगाई, तो उसे कांग्रेस सरकार ने हटाकर अपमानित किया।

बता दें कि दो दिन पहले ही योगी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यूपी विधानसभा में राष्ट्रवाद पर अपनी राय रखी थी। उन्होंने कहा था कि चूहा बनने से बेहतर है राष्ट्रवादी बनना। योगी ने कहा था कि चूहा जिस घर में रहता है और वहां का भोजन करता है, उसी घर की नींव को खोदकर खोखला कर देता है।

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