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Uttar Pradesh: यूपी STF ने पशुपालन और नमक घोटाले के मास्टरमाइंड को दबोचा, शीर्ष कांग्रेस नेताओं का है करीबी!

Sunil Gujjar

नई दिल्ली। पशुपालन और नमक घोटाले में यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। दरअसल उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने 50 हजार रुपये के इनामी शातिर ठग व पशुपालन घोटाले के मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि गिरफ्तार अभियुक्त उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग में फर्जी टेंडर दिलाने के नाम पर इंदौर और अहमदाबाद के व्यापारियों के साथ करोड़ों की ठगी की। नमक घोटाले के मुख्य अभियुक्त का नाम सुनील गुर्जर उर्फ मोंटी गुर्जर है जो रामनारायण गुर्जर का पुत्र है। मोंटी गुर्जर घोटाले के मास्टरमाइंड आशीष राय का करीबी है। इसकी गिरफ्तार जयपुर, राजस्थान से हुई है। यूपी एसटीएफ ने आरोपी को बीते शनिवार को जयपुर हवाई अड्डे से पास से दबोचा है। अभियुक्त गिरफ्तारी से बचने के लिए जयपुर से दुबई भागने की फिराक में था। सुनील गुर्जर उर्फ मोंटी गुर्जर के खिलाफ गिरफ्तारी हेतु लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था। अब इसके साथ ही इस बात का भी खुलासा हो रहा है कि सुनील गुर्जर उर्फ मोंटी गुर्जर के कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ बड़े गहरे संबंध हैं। अब इसको लेकर कई तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं।

वहीं आपको बता दें कि पशुपालन और नमक घोटाले में यूपी एसटीएफ की गिरफ्त में आया सुनील उर्फ मोंटी गुर्जर शातिर प्रवृत्ति का व्यक्ति है। पशुपालन और नमक घोटाले में ठगी करने के लिए उसने अपने बेटे के उपनाम ‘मोंटी’ का इस्तेमाल किया। सुनील गुर्जर पुडुचेरी के पूर्व उप-राज्यपाल और राजस्थान में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्व. गोविंद सिंह गुर्जर का दत्तक पुत्र है।

सुनील उर्फ मोंटी गुर्जर के जैविक पिता रामनारायण गुर्जर अजमेर जिले की नसीराबाद सीट से कांग्रेस के विधायक (2014 से 2019) रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए। वहीं सूत्रों की मानें तो सुनील गुर्जर 2014 और 2018 में विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहता था, लेकिन कांग्रेस ने उसके पिता रामनारायण गुर्जर को टिकट दिया। सुनील और उसके पिता सचिन पायलट गुट से हैं।

सुनील गुर्जर का नाम भंवरी देवी कांड में भी गूंजा था। इस मामले में जेल में बंद पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा ने गिरफ्तार होने से पहले मीडिया को यह बताया था कि सुनील गुर्जर ने ही उन्हें सबसे पहले सेक्स सीडी दिखाई थी। उस समय चर्चा यहां तक थी कि भंवरी देवी को सेक्स सीडी बनाने का आइडिया और साधन सुनील गुर्जर ने ही मुहैया करवाए थे। यह भी चर्चा थी कि सुनील गुर्जर ने इस काम के लिए अजमेर में एक मकान किराए पर लिया, जिसमें भंवरी कई बार रुकी।

भंवरी केस में सीबीआई ने सुनील गुर्जर की सरगर्मी से तलाश की थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए सुनील गुर्जर कई महीने तक फरार रहा। बड़े नामों के गिरफ्तार होने के बाद सीबीआई ने सुनील की गिरफ्तारी टाल दी। कहा जाता है कि सुनील ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पिता गोविंद सिंह गुर्जर के संपर्कों का इस्तेमाल किया। सुनील गुर्जर लंबे समय से ठगी में लिप्त है। नागमणि, जादुई कांच और एंटीक आइटम बेचने में करोड़ों रुपये डकारने के प्रकरण जगजाहिर हैं, लेकिन रसूखदार होने की वजह से मुकदमा दर्ज करवाने की हिम्मत किसी की नहीं हुई।

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