News Room Post

US-China Trade Agreement: अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता, दोनों के बीच चली थी टैरिफ की जंग

US-China Trade Agreement: इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को संकेत दिए थे कि चीन के सामान पर वो टैरिफ घटा सकते हैं। ट्रंप ने कहा था कि चीन पर अब 80 फीसदी टैरिफ ठीक रहेगा। अब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता होने के बाद इस टैरिफ को और घटाए जाने की उम्मीद है। अमेरिका में चीन का काफी सामान बिकता है। ऐसे में चीन भी चाहता था कि कोई हल निकल आए।

जेनेवा। टैरिफ युद्ध के बाद अब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता होने जा रहा है। अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने रविवार को ये एलान किया। बेसेंट ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत पूरी हो गई है। इस बारे में अब ट्रंप प्रशासन पूरी जानकारी देगा। अमेरिका के राष्ट्रपति के आवास व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया कि जेनेवा में चीन के साथ व्यापार समझौता के बारे में सहमति बन गई है। अमेरिका और चीन के प्रतिनिधियों ने शनिवार और रविवार को बातचीत के बाद ये अहम फैसला किया है।

जेनेवा में चीन के प्रतिनिधियों से बातचीत के बाद अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर ने मीडिया को बताया कि जितना सोचा गया था, उतना कारोबार में अंतर नहीं था। ग्रीर ने कहा कि चीन के प्रतिनिधि बातचीत में कठोर रुख अपनाए हुए थे। चीन की तरफ से डिप्टी पीएम ही लीफेंग के साथ अन्य लोग थे। जबकि, अमेरिका की तरफ से जेमिसन ग्रीर और स्कॉट बेसेंट ने बातचीत में हिस्सा लिया। अमेरिका और चीन के बीच अब टैरिफ युद्ध खत्म होने के आसार हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका का राष्ट्रपति पद संभालने के बाद तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ का एलान किया था। उन्होंने चीन पर भी टैरिफ लगाया और इसके बाद अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर शुरू हुआ। इस युद्ध में ट्रंप ने चीन पर लगातार टैरिफ बढ़ाया और इसे 145 फीसदी तक पहुंचा दिया। जबकि, चीन ने भी बदले में अमेरिका के सामान पर 125 फीसदी टैरिफ कर दिया था।

इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को संकेत दिए थे कि चीन के सामान पर वो टैरिफ घटा सकते हैं। ट्रंप ने कहा था कि चीन पर अब 80 फीसदी टैरिफ ठीक रहेगा। अब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता होने के बाद इस टैरिफ को और घटाए जाने की उम्मीद है। अमेरिका में चीन का काफी सामान बिकता है। ऐसे में चीन भी चाहता था कि कोई हल निकल आए। इसी वजह से चीन की सरकार ट्रंप प्रशासन के प्रतिनिधियों से बातचीत के लिए तैयार हुई। अब अमेरिका और चीन की तरफ से व्यापार समझौते की पूरी जानकारी देने के बाद ही पता चलेगा कि किसे इससे कितना फायदा होता है।

Exit mobile version