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अमेरिका के इस कदम से घबराया चीन, कहा हम अपराधी नहीं पीड़ित हैं

वॉशिंगटन। अमेरिका में चीन को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो कोरोनावायरस को लेकर चीन को आड़े हाथों लिया है। इसलिए अमेरिका की एक टीम को अमेरिकी सरकार द्वारा वुहान भेजने की तैयारी की जा रही थी। जिससे कि चीन के अंदर कोरोनावायरस की उत्पत्ति की जांच की जा सके।

इसके लिए अमेरिकी सरकार ने शी जिनपिंग की सरकार से अनुमति देने की मांग की थी। लेकिन चीन ने कोरोना वायरस पैदा होने के कारणों की जांच-पड़ताल करने के लिए वुहान में अमेरिकी एंट्री की मांग को खारिज कर दिया है। चीन ने यह कहते हुए अमेरिकी मांग को खारिज कर दी कि वह COVID-19 का ‘पीड़ित’ है न कि इसके लिए ‘अपराधी’ है।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस को प्लेग बताते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा था कि वह चीन से खुश नहीं हैं, जहां पिछले साल दिसंबर में मध्य चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में कोरोना वायरस की महामारी उभरकर सामने आई थी।

इस बारे में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, ‘हमने उनसे ( चीनी सरकार ) बहुत समय पहले बात की थी कि हम वुहान के अंदर जाना चाहते हैं। हम देखना चाहते हैं कि असल में क्या हो रहा है, और मैं आपको बता सकता हूं कि हमें बिल्कुल इसके लिए आमंत्रित नहीं किया गया।’ उन्होंने बताया कि अमेरिका ने इस बात की जांच शुरू की है कि क्या वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से घातक वायरस “निकल” आया था। अगर ऐसा हुआ है तो इसके परिणाम दुनिया के लिए बेहद खराब हो सकते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति की चेतावनियों पर चीन भी अब कड़ा रुख अपना रहा है। डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, “वायरस सभी मानव जाति का आम दुश्मन है।” बीजिंग में मीडिया ब्रीफिंग में गेंग शुआंग ने पत्रकारों से कहा, ‘यह वायरस दुनिया के किसी भी हिस्से में पैदा हो सकता है। दूसरे देशों की तरह चीन खुद इस वायरस से पीड़ित एक दे है। चीन इसका पीड़ित है न कि अपराधी। हम वायरस को फैलाने का काम बिल्कुल नहीं कर रहे हैं।’

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार चीन पर कोरोनावायरस को लेकर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं जिसकी वजह से चीनी सरकार भी अब अमेरिका के सवालों पर तीखे जवाब दे रही है।

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