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Sharad Pawar : ‘गए-गए, अरे वापस आ गए’..अजित पवार की सियासी चोट पर शरद पवार ने लगाया समझौते का मरहम ?

मुंबई। महाराष्ट्र में मंगलवार को सियासी हलचल बेहद तेज थी, चर्चाएं इस बात को लेकर थीं कि क्या अजित पवार पार्टी विपक्ष को महाराष्ट्र में बड़ा झटका देते हुए BJP ज्वाइन करने वाले हैं। इस चर्चा को लेकर कल खूब सुर्खियां थीं। लोगों के मन में ये सवाल था कि आखिर महाराष्ट्र की राजनीति में चल क्या रहा है ? क्या एनसीपी चीफ शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और अजित पवार के बीच राजनैतिक संबंधों में कड़वाहट घुलने की वजह से बड़ा फेरबदल हो सकता है। इसके बाद सुप्रिया सुले के मीडिया के सामने दिए गए बयानों से भी इन चर्चाओं को हवा मिली। लेकिन अब खबर है कि महाराष्ट्र की सियासत के सूरमा कहे जाने वाले शरद पवार ने एक बार फिर विपक्ष को टूटने से बचा लिया है। बगावत की आग को भड़कने से पहले समझौते का पानी उसपर उड़ेल दिया गया है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि कल इस बात की सियासी हलकों में चर्चा जोरों पर थी कि शरद पवार के भतीजे अजित पवार बेहद जल्द करीब 53 में 40 विधायकों को साथ लेकर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। परन्तु ये सभी अफवाहें तब हवा हो गईं जब मंगलवार (18 अप्रैल) को अजित मीडिया के सामने आए और कहा, जब तक वह जीवित हैं एनसीपी के लिए काम करना जारी रखने वाले हैं। वो एनसीपी के साथ बने रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके अलावा इस दौरान मीडिया के सामने अजित पवार ने उन सभी अटकलों को भी खारिज कर दिया जिसमें उनके बाकी विधायकों के साथ बीजेपी का दामन थामने की खबरें उड़ी थीं।

गौरतलब यही कि इन खबरों को विराम उस समय भी लग गया जब कल शाम आयोजित की गई एक इफ्तार पार्टी में चाचा भतीजे दोनों शामिल हुए, यहां इफ्तार के दौरान शरद पवार और अजित पवार दोनों मंच पर एक साथ नजर आए। अजित पवार जब बैठे हुए थे तभी एनसीपी चीफ शरद ने बीजेपी पर जोरदार तंज कसे। बता दें कि उनके बीजेपी में जाने को लेकर जो खबरें उड़ी थीं वो बेबुनियाद इसीलिए भी नहीं लगती क्योंकि ये साल 2019 की बात है जब राज्य में अजित पवार ने बीजेपी के समर्थन से राज्य के डिप्टी सीएम के पद की शपथ ली थी। उस समय भी उनकी बीजेपी से करीबियां बनी थीं। इसके आलावा हाल ही के दिनों में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले से भी उनकी अनबन की खबरें आई थीं।

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