नई दिल्ली। आज गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आने वाले हैं। दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार है। गुजरात में तो बीजेपी पिछले 27 साल से सत्ता पर काबिज है। वहीं, हिमाचल में 2017 में बीजेपी की वापसी हुई थी। इससे पहले वहां सरकारें बदलने का चलन हमेशा रहा है। दोनों जगह वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से होगी। हिमाचल प्रदेश में पहले 12 नवंबर को वोटिंग हुई थी। गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को चुनाव आयोग ने दो दौर में वोटिंग कराई थी। पहले बात गुजरात की कर लेते हैं। यहां की 182 सीटों के लिए हुए चुनाव की वोटों की गिनती कुल 37 केंद्रों पर की जाएगी। जहां 1621 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा। गुजरात में सरकार बनाने के लिए कम से कम 92 सीटें लाना जरूरी होगा। यहां बीजेपी के साथ ही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच मुख्य मुकाबला हुआ है।
गुजरात में 27 साल से बीजेपी सरकार
गुजरात में बीजेपी 27 साल से सरकार में है, लेकिन उसका सबसे बेहतर प्रदर्शन साल 2002 में रहा है। उस साल के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 127 सीटें हासिल कर कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया था। इस बार भी बीजेपी का दावा है कि वो 150 से ज्यादा सीटें हासिल करेगी। अगर ऐसा बीजेपी कर ले जाती है, तो निश्चित तौर पर कांग्रेस और आप के लिए वो बड़ी मुश्किल साबित कर देगी। कांग्रेस पहले से ही काफी दिक्कत में है। वहीं, आप के लिए गुजरात में इस बार के चुनाव इज्जत का प्रश्न बनकर खड़े हैं। हालांकि, आप के नेता अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि कांग्रेस को 5 सीट मिलेगी और गुजरात में इस बार लोग बीजेपी को हटाकर उनकी पार्टी को सत्ता सौंपेंगे।
1985 से बना रिवाज तोड़ेगा हिमाचल?
अब हिमाचल प्रदेश की बात कर लेते हैं। हिमाचल प्रदेश की 68 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनावों के बाद इतने ही केंद्रों पर वोटों की आज गिनती होगी। यहां 412 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हुई थी। यहां 52859 पोस्टल बैलेट हैं। इनकी गिनती पहले होगी। हिमाचल प्रदेश में साल 1985 से जनता ने कभी किसी पार्टी को लगातार दो बार सत्ता में आने का मौका नहीं दिया है। ऐसे में कांग्रेस को उम्मीद है कि वो अब सरकार बनाएगी। वहीं, सत्तारूढ़ बीजेपी का दावा है कि इस बार हिमाचल में रिवाज टूटेगा। दूसरी तरफ, आप ने भी यहां अपनी सरकार होने की बात कही है। सबकी नजरें अब ईवीएम पर हैं। जिनमें कैद नतीजे तय करेंगे कि हिमाचल में सरकार बदलने का रिवाज बना रहता है, या इस बार टूटता है।