नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में भाजपा ने तुरुप का पत्ता चल दिया है। कांग्रेस की सरकार गिरना तय है। अब तक कुल 22 विधायकों के इस्तीफे हो चुके हैं। इन 22 विधायकों का इस्तीफा मंजूर हुआ तो बहुमत का आंकड़ा 104 होगा। मध्यप्रदेश में भाजपा के पास 107 विधायक हैं।
मध्यप्रदेश विधानसभा में अब फ्लोर टेस्ट तय है। ये भी मुमकिन है कि बहुमत परीक्षण से पहले ही कमलनाथ इस्तीफा दे दें। बहरहाल समीकरण उनके पूरी तरह खिलाफ हैं।
मध्यप्रदेश के 2 विधायकों के निधन के बाद सीटों की संख्या 228 रह गयी है। अब तक कांग्रेस के 22 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं।
अगर स्पीकर ने ये इस्तीफे मंजूर किए तो सदन में सीटें 22 और कम हो जाएंगी। इस तरह सदन में केवल 206 सीटें बचेंगी। इस स्थिति में बहुमत के लिए 104 की संख्या जरूरी होगी। सदन में भाजपा के पास 107 की संख्या है जो बहुमत से 3 ज्यादा है।
कांग्रेस और उसके सहयोगियों के पास 99 सदस्य हैं। इस स्थिति मध्यप्रदेश में कमल का खिलना तय है।