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Pulwama Attack: पाकिस्तान ने पुलवामा हमले में अपनी साजिश लिया कबूल, अब सरकार पर सवाल उठाने वाले विपक्षी पार्टी के नेता क्या करेंगे?

नई दिल्ली। एक तरफ पाकिस्तान जहां पुलवामा हमले में अपनी साजिश को अपनी संसद में खड़े होकर मान रहा है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की सेना किस तरह से भारतीय सेना से खौफ में है इसको लेकर भी पाकिस्तान की संसद में वहां के विपक्षी पार्टी के नेता बता रहे हैं। पाकिस्तान के खिलाफ उरी हमले के बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा आतंकी हमले के बाद एयर स्ट्राइक कर उसके अंदर कितना खौफ भर दिया है यह वहां के सांसदों के संसद में दिए गए बयान से स्पष्ट हो गया है। लेकिन जब भारत सरकार की तरफ से सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक को लेकर जानकारी देश के साथ साझा की गई थी तो देश की कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने इसको लेकर सरकार से कई तरह के सवाल किए थे। अपने देश की सेना की ताकत और शौर्य पर भरोसा करने के बजाए विपक्षी पार्टी के कई नेताओं ने सरकार से जमकर इस मामले पर सवाल दागे। तब सरकार की तरफ से भी इस मामले को लेकर कहा गया था कि इस तरह सरकार से सवाल करके विपक्ष के नेता सेना के मनोबल को तोड़ने का काम कर रहे हैं।

पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद होनेवाले लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने सारी मर्यादाएं तोड़ दी थी और सरकार के ऊपर हमलावर होते हुए यह तक कह दिया था कि चुनाव में फायदे के लिए सरकार की तरफ से इस घटना का राजनीतिकरण किया गया। सरकार सेना के जवानों की शहादत को राजनीति के तौर पर इस्तेमाल करना चाहती है।

इसको लेकर कर्नाटक से जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने भी जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था और अपने ट्वीट में लिखा था कि हमने 40 जवान खो दिए नरेंद्र मोदी देखें, लेकिन जब विपक्ष ने सेना के राजनीतिकरण पर आपत्ति जताई, तो उनकी पार्टी ने हम पर पाक समर्थक होने का आरोप लगाया, लेकिन सच्चाई अब बाहर आ गई है। उन्होंने आगे लिखा कि इमरान खान मोदी का समर्थन करते हैं और कहते हैं कि पाक मोदी को भारतीय पीएम के रूप में पसंद करता है। तो अब बताइए हमारे दुश्मनों का समर्थन किसके पास है?


इसी ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा की पाकिस्तान और इमरान खान खुलकर मोदी जी का समर्थन कर रहे हैं। अब यह स्पष्ट है कि मोदी जी ने कुछ गुप्त समझौता किया है। हर कोई पूछ रहा है- क्या पाकिस्तान ने मोदी जी की मदद के लिए चुनाव से ठीक पहले 14 फरवरी को पुलवामा में हमारे 40 बहादुर सैनिकों को मार दिया था?


पुलवामा आतंकी हमले के एक साल पूरा होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एक ट्वीट किया। राहुल गांधी ने पुलवामा हमले पर शहीदों को याद करते हुए केंद्र सरकार पर उंगली उठाई। पुलवामा हमले को लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट कर तीन सवाल किए थे।


राहुल गांधी ने अपनी ट्वीट में लिखा था- आज हम पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 CRPF के जवानों को याद कर रहे हैं। तो हम ये पूछें कि पुलवामा आतंकी हमले से सबसे ज्यादा फायदा किसे हुआ है? पुलवामा हमले की जांच में क्या निकला है? पुलवामा हमले को लेकर भाजपा सरकार में अभी तक किसे सुरक्षा में चूक के लिए जवाबदेह ठहराया गया है जिसकी वजह से यह हमला हुआ।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी पुलवामा आतंकी हमले के समय पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, “जब चुनाव आने वाले हैं तो आप एक युद्ध छेड़ने की कोशिश कर रहे होते हैं। अमित शाह और नरेंद्र मोदी राजनीतिक भाषण दे रहे हैं। इतने बड़े हादसे के बाद भी आप जिम्मेदारी नहीं ले रहे हैं।

फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पुलवामा हमले का आरोप लगाया था। अब्दुल्ला ने कहा था,”मोदी साहब को चुनाव जीतना है। इसलिए ही उन्होंने ये (पुलवामा) कारनामा किया है। महात्मा गांधी के हत्यारे अब दिल्ली में सत्ता में हैं।

इस हमले को लेकर सपा सांसद रामगोपाल यादव ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला था और कहा था कि सरकार ने वोटों के लिए पुलवामा हमला होने दिया। उन्होंने कहा था कि वह जवानों के बलिदान पर दुखी हैं और उन्होंने सवाल किया था कि यह कैसे संभव है कि जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर कोई सुरक्षा अवरोधक नहीं था।

पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने कबूला, पुलवामा हमला पाकिस्तान की साजिश
जम्मू-कश्मीर में 2019 में हुए पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले को जहां एक ओर भारत सरकार पाकिस्तान की कायराना हरकत बता रही थी। भारत सरकार की तरफ से इस हमले को पाकिस्तान प्रायोजित बताया गया। उसके ठीक बाद एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को इसका पूरा जवाब भी दिया गया। लेकिन तब पाकिस्तान ने इस मामले को पूरी तरह से झूठी बात बताकर खारिज कर दी। भारत में भी विपक्षी दल के नेता इस मामले को लेकर सरकार को घेरते नजर आ गए। सरकार को इसको लेकर बारबार विपक्ष के निशाने पर रहना पड़ा। अब पाकिस्तान ने कबूल लिया है कि पुलवामा आतंकी हमले में उसका ही हाथ था।

आपको बता दें कि भारत लगातार इस बात के सबूत दे रहा था कि पुलवामा में हुए हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों का हाथ है। लेकिन पाकिस्तान की तरफ से लगातार इस बात को दोहराया जा रहा था कि भारत उसको बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन आज पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने अपने संसद में खड़े होकर कह दिया कि पुलवामा हमला इमरान सरकार की बड़ी कामयाबी है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने यह बात वहां की संसद में खड़े होकर कहा।


पिछले साल 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर विस्फोटकों से भरी गाड़ी के जरिए आतंकी हमला किया गया था और इस हमले में देश के 40 जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने आईईडी से भरी कार को सेना के काफिले से भिड़ा दिया था।

फवाद चौधरी उस बात का जवाब दे रहे थे जिसमें पाकिस्तान के एक वरिष्ठ विपक्षी नेता अयाज सादिक ने कहा है कि एक बैठक में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि यदि भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को नहीं छोड़ा जाता को भारत “रात नौ बजे” पाकिस्तान पर हमला कर देगा। पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के नेता सादिक के अनुसार जब कुरैशी यह कह रहे थे तब पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के पसीने छूट रहे थे और उनके “पैर कांप रहे थे।”

इसी घटना का जिक्र करते हुए अयाज सादिक ने पाकिस्तान सरकार पर निशाना साधा है। अयाज सादिक के दावों के बाद पाकिस्तान की सरकार की थू-थू हो रही है। उनके इसी बयान का फवाद चौधरी जवाब दे रहे थे।

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