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Opposition I.N.D.I.A Meeting: विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की आज अहम बैठक से पहले दलों के बीच मतभेद आए सामने!, इन प्वॉइंट्स में समझिए पूरा मसला

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नई दिल्ली। विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की आज अहम बैठक है। इस बैठक में सभी दलों के नेता वर्चुअली जुड़ेंगे। बैठक में इंडिया गठबंधन के संयोजक के नाम पर फैसला हो सकता है। इसके अलावा सीटों के बंटवारे के मसले पर भी चर्चा होने की जानकारी मिली है। इस अहम बैठक से पहले ही इंडिया गठबंधन में आपसी मतभेद भी सामने आते दिख रहे हैं। हम आपको कुछ प्वॉइंट्स में बताने जा रहे हैं कि विपक्ष के इंडिया गठबंधन में किस तरह रार मची है।

-विपक्षी गठबंधन की बैठक में ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी। उनकी तरफ से कहा गया है कि शॉर्ट नोटिस पर बैठक बुलाई गई। ममता अपने कामकाज में व्यस्त रहेंगी और इस वजह से बैठक में शामिल नहीं होंगी। बैठक में किसी पार्टी के प्रतिनिधि को नहीं बुलाया गया है। इस वजह से टीएमसी की तरफ से कोई भी इंडिया गठबंधन की अहम बैठक में नहीं रहेगा।

-इससे पहले खबर थी कि ममता बनर्जी ने कांग्रेस को पश्चिम बंगाल में 3 सीटें देने का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए भी ममता बनर्जी ने शर्त रखी है कि उनकी टीएमसी को असम में 2 और मेघालय में 1 सीट देनी होगी। जबकि, कांग्रेस असम में सभी सीटों पर खुद ही लड़ना चाहती है।

-यूपी के बड़े क्षेत्रीय दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच शुक्रवार को सीटों के बंटवारे पर बैठक थी, लेकिन कांग्रेस ने इसे अचानक रद्द कर दिया। इसके बाद समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने एक्स पर पोस्ट कर कांग्रेस को धोखेबाज बताया था। समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल के मुताबिक मध्यप्रदेश के बाद कांग्रेस उसे अब यूपी में भी धोखा दे रही है, लेकिन बाद में इस पोस्ट को समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने डिलीट कर दिया। हालांकि, उस वक्त तक तमाम लोग कांग्रेस पर सपा के निशाने वाले इस पोस्ट का स्क्रीनशॉट ले चुके थे।

-आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच शुक्रवार को ये तय हुआ कि दिल्ली की 7 सीटों में से एक पार्टी 4 और दूसरी 3 पर लड़ेगी, लेकिन कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी, ये तय नहीं हुआ है।

-पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर पेच अभी फंसा होने की बात सूत्र बता रहे हैं। कांग्रेस यहां ज्यादा सीटें चाहती है। वहीं, आम आदमी पार्टी का कहना है कि उसने बड़े अंतर से विधानसभा चुनाव जीता था और इस वजह से पंजाब में ज्यादा सीटों पर उसकी दावेदारी बनती है।

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