नई दिल्ली। अन्नपूर्णा जयंती (Annapurna Jayanti 2020) आज है। हर साल मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है। इस साल ये जयंती 29 दिसंबर, मंगलवार को पड़ रही है। इस दिन मां अन्नपूर्णा की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत करने से घर में अन्न-धन की प्राप्ती होती है। साथ ही घर धन्य-धान से भर जाता है।
पूजा मुहूर्त
अन्नपूर्णा जयंती आज मनाई जा रही है। ये मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। जो 29 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 54 मिनट से शुरू हो रही है और 30 दिसंबर सुबह 8 बजकर 57 मिनट पर खत्म हो रही है। ऐसे में आज यानी मंगलावर को अन्नपूर्णा जयंती का व्रत रखा जाएगा।
अन्नपूर्णा जयंती का इतिहास
कहा जाता है कि भगवान शिव ने लोक कल्याण के लिए भिक्षुक रुप धरा था और माता पार्वती ने मां अन्नपूर्णा अवतार धारण किया। हिंदू कथाओं के मुताबिक, एक बार पृथ्वी अन्नहीन हो गई थी। बंजर होने के कारण उस समय फसल और फल नहीं हुए थे। जिसकी वजह से पृथ्वी लोक में हाहाकार मच गया। प्राणों पर संकट आ गए। तब भगवान शिव ने भिक्षुक का रूप धारण किया और माता पार्वती ने मां अन्नपूर्णा का अवतार लिया।
भगवान शिव ने मां अन्नपूर्णा से भिक्षा में अन्न मांगे। मां अन्नपूर्णा ने उनको अन्न दिए तो वे उसे लेकर पृथ्वी पर गए। उसे सभी प्राणियों में बांट दिए। इसके फल स्वरुप दोबारा पृथ्वी धन, धान्य, फल, फूल से हरी भरी हो गई। उस दिन मार्गशीर्ष पूर्णिमा थी। इस वजह से हर वर्ष मार्गशीर्ष पूर्णिमा को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है।