नई दिल्ली। पीरियड से जुड़ी समस्याएं आज के दौर में सभी को हैं। छोटी सी उम्र से ही पीरियड से जुड़ी समस्याओं को बच्चियों और महिलाओं में देखा जा रहा है। इन समस्याओं की वजह से ही कुछ महिलाओं को मां बनने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि मासिक धर्म को लेकर हमारे शास्त्रों में कई तरह की बातें कई गई है। मासिक धर्म को चंद्रमा से जोड़कर भी देखा गया है। कहा जाता है कि इन महिलाओं को मासिक धर्म से जुड़ी कोई भी समस्या होती है तो उनका चंद्रमा कमजोर होता है और इससे बचने के लिए उन महिलाओं को चंद्रमा की शीतलता में कुछ देर बैठना चाहिए। उसके अलावा हम आपके लिए कुछ और ज्योतिष उपाय लेकर आए हैं।
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1. अगर आपको मासिक धर्म से जुड़ी कोई भी बीमारी है, जैसे रसोली, पीसीओडी, पीसीओएस। तो इसके लिए आप कणिका परमेश्वरी गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं। ये मंत्र दिव्य स्त्री ऊर्जा का स्त्रोत है जो महिला के शरीर में रक्त के प्रभाव को ठीक करता है। ये मंत्र है-ॐ बाल रूपिणी विद्महे, परमेश्वरि धीमही, तन्नो कन्या प्रचोदयात
2.तांबे के लोटे में जल लेकर भगवान सूर्य को अर्पण करें। जल अर्पण करते वक्त हाथ और लोटे को अपने सिर से ऊपर रखे और पानी धीरे-धीरे एक पतली धार बनाकर दें।
3. मासिक धर्म का संबंध शुक्र से देखा गया है और इसके लिए आपको अपने शुक्र को बैलेंस करना होगा। कहा जाता है कि शुक्र का तेज होने से महिलाओं को इस बीमारी से गुजरना पड़ता है क्योंकि शुक्र लग्जरी के साथ-साथ आलस भी लेकर आता है, जिससे शरीर पर नेगेटिव असर पड़ता है। इसलिए शुक्र वो बैलेंस जरूर करें।
4. दूसरा कारण है कि चंद्रमा। चंद्रमा का स्थान भी मासिक धर्म को प्रभावित करता है। जब चंद्रमा किसी ऐसे ग्रह के साथ है, जो क्रूर है तो ये दिक्कत हो सकती है। इसके समाधान के लिए 7 सोमवार तक नारियल पानी पीना है
5. सोमवार के दिन ही 14 कपूर लेकर भगवान शिव के मंदिर में जाना है और उनको 14 कपूर अर्पण करने हैं। इनमें से 7 कपूर को आप घर लाएं और हर सोमवार की शाम को अकेले में ये कपूर जलाएं।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियों की न्यूज़रूम पोस्ट पूरी तरह से पुष्टि नहीं करता है। अर्थात इसे अपनाने से पहले इस क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।