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Buddha Purnima 2023: बुद्ध पूर्णिमा आज, जानिए क्या है इस दिन का महत्व और मान्यता

Buddha Purnima 2023: बिहार में बोधगया स्थित जगह को काफी पवित्र माना गया है। पूरी दुनिया से लोग बोधगया में आज के दिन आते है। बोद्धि वृक्ष की पूजा करते है क्योंकि ऐसा कहा गया है कि भगवान बुद्ध ने यही पर ज्ञान की प्राप्ति की थी। दुनियाभर के कई कोनों में इस दिन को धूमधाम से मनाया जाता है।

नई दिल्ली। बुद्ध का जन्मदिन या “बुद्ध दिवस” ​​​​एक बौद्ध त्योहार है जो पूर्वी एशिया और दक्षिण एशिया के अधिकांश हिस्सों में मनाया जाता है। राजकुमार सिद्धार्थ गौतम, बाद में गौतम बुद्ध, जो बौद्ध धर्म के संस्थापक थे, इनके जन्म की याद में इसे सेलिब्रेट किया जाता है। बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों के लिए यह त्योहार काफी महत्वपूर्ण है।  गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख पूर्णिमा के दिन हुआ था। इस दिन को काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। हिन्दुओं के लिए यह दिन काफी पवित्र माना गया है। “बुद्ध दिवस” आज यानी 5 मई को मनाया जा रहा है।

“बुद्ध दिवस” का महत्व

बिहार में बोधगया स्थित जगह को काफी पवित्र माना गया है। पूरी दुनिया से लोग बोधगया में आज के दिन आते है। बोद्धि वृक्ष की पूजा करते है क्योंकि ऐसा कहा गया है कि भगवान बुद्ध ने यही पर ज्ञान की प्राप्ति की थी। दुनियाभर के कई कोनों में इस दिन को धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान बुद्ध ने सत्य, अहिंसा एवं करुणा का रास्ता दिखाकर हमें सिखाया कि नफरत को सिर्फ प्रेम से ही नष्ट किया जा सकता है। भगवान बुद्ध की सीख पूरे विश्व को हमेशा शांति के लिए प्रेरित करती है।

दान-दक्षिणा करने की मान्यता

इस दिन लोगों का पवित्र नदी में स्नान करने की मान्यता है। स्नान के बाद भगवान बुद्ध की पूजा की जाती है। इस दिन दान-दक्षिणा भी करना चाहिए जिससे लोगों को पुण्य मिलता है। भगवान गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का अवतार माना गया है इसलिए इस दिन लोग भगवान विष्णु की भी पूजा करते है। वहीं बताया जाता है कि भगवान गौतम बुद्ध की माता का नाम  श्रीमती अंजना और पिता का नाम हेमसदन था। गौतम बुद्ध ने हमेशा लोगों को सच्चाई के मार्ग में चलने की प्रेरणा दी है। इनके विचार को आज भी लोग फॉलो करते है।