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Dhanteras 2023 Muhurat: धनतेरस पर कब करनी है खरीदारी?, जानें पूजा से लेकर खरीदारी तक का शुभ मुहूर्त

Dhanteras 2023 Muhurat: धनतेरस के दिन पूजा विधि भी बेहद मायने रखती है। इस दिन कुबेर और धनवंतरी और माता लक्ष्मी – गणेश की पूजा होती है। पूजा के समय सबसे पहले इन सभी देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित करें और घी का एकमुखी दीपक जलाएं।

नई दिल्ली। 10 नवंबर यानी कल शुक्रवार को देशभर में धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा। धनतेरस का त्योहार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाता है और इस दिन भगवान विष्णु के अवतार धन्वन्तरि की पूजा होती है, जो घर को धन और सौभाग्य से भरने के लिए जाने जाते हैं। कहा जाता है कि आज ही दिन समुद्र मंथन से धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर निकले थे। इसके अलावा धनतेरस को भगवान कुबेर की पूजा भी होती है। आज के दिन भारत में बर्तन, झाड़ू, सोना-चांदी समेत कई चीजों को खरीदने की परंपरा सदियों से चली आ रही हैं। अगर आप भी धनतेरस पर सामान खरीदने की तैयारी कर रहे हैं, तो शॉपिंग पर जाने से पहले इसका शुभ मुहूर्त भी जान लें।

खरीदारी का शुभ मुहूर्त (Dhanteras 2023 shubh muhurat for shopping)

धनतेरस के दिन यानी शुक्रवार को शॉपिंग पर जाने से पहले मुहूर्त को जरूर जान लें। इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से  शुरू होकर 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। जबकि शुभ चौघड़िया मुहूर्त सुबह 11 बजकर 59 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 22 मिनट कर रहेगा। इस मुहूर्त में कुछ भी काम कर सकते हैं। ये बहुत भी फलदायी मुहूर्त माना जाता है। चर चौघड़िया मुहूर्त की बात करें तो वो शाम 04 बजकर 07 मिनट पर शुरू होगा और शाम 05 बजकर 30 मिनट पर खत्म हो जाएगा। इस समय सामान की खरीदारी करना बेहद शुभ रहेगा।

पूजा का शुभ मुहूर्त (Dhanteras 2023 puja shubh muhurat)

धनतेरस के दिन पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन कुबेर, मां लक्ष्मी और भगवान गणेश और धन्वंतरि की पूजा की जाती है। शुक्रवार को प्रदोष काल शाम 05 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा और 08 बजकर 08 मिनट तक रहेगा। पूजा के मुहूर्त की बात करें तो मुहूर्त  शाम 05 बजकर 47 मिनट से  शुरू होकर शाम 07 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इसी मुहूर्त के दौरान आप पूजा कर सकते हैं।


पूजा विधि

धनतेरस के दिन पूजा विधि भी बेहद मायने रखती है। इस दिन कुबेर और धनवंतरी और माता लक्ष्मी – गणेश की पूजा होती है। पूजा के समय सबसे पहले इन सभी देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित करें और घी का एकमुखी दीपक जलाएं। इसके बाद भोग स्वरूप मिठाई, फल, जो भी चढाना चाहें चढ़ा सकते हैं। इसके बाद “ॐ ह्रीं कुबेराय नमः” का जाप करें, साथ ही “धन्वंतरी स्तोत्र”  का पाठ करें। धनतेरस के दिन दान का भी बहुत महत्व है। कहा जाता है कि इस दिन दीपदान करना बेहद शुभ होता है।