नई दिल्ली। 29 जून 2023 को देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) है। इस एकादशी से श्री हरि विष्णु क्षीर सागर में विश्राम के लिए चले जाते हैं। भगवान विष्णु का शयन काल शुरू होने के साथ ही चातुर्मास की भी शुरुआत हो जाती है। इन चातुर्मास के दिनों में मुंडन, ग्रह प्रवेश और विवाह जैसे मंगल काम नहीं किए जाते। देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi 2023) का दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए काफी शुभ माना जाता है। कहते हैं जो कि इस दिन व्रत करता है और सच्चे मन से पूजा करता है उसे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। हालांकि इस दिन कुछ ऐसे काम भी हैं जो आपको भूलकर भी नहीं करने चाहिए। तो चलिए आपको बताते हैं कौन से हैं वो काम जो आपको देवशयनी एकादशी के दिन भूलकर भी नहीं करने चाहिए…
देवशयनी एकादशी पर न करें ये काम (Devshayani Ekadashi Vrat Rules)
- इस बात का ख्याल रखें कि तुलसी में एकादशी और रविवार के दिन भूलकर भी जल नहीं चढ़ाना चाहिए। एकादशी के दिन मां तुलसी, विष्णु जी के लिए निर्जला व्रत रखती हैं ऐसे में भूलकर भी तुलसी में जल न चढ़ाए। इसके अलावा इस दिन न तो तुलसी को छूएं और न ही तुलसी को तोड़े।
- देवशयनी एकादशी के दिन भूलकर भी दातुन न करें। इसके अलावा इस दिन आप किसी की बुराई न करें और न ही किसी का बुरा करें।
- एकादशी के दिन चावल खाने की मनाही होती है। ऐसे में इस दिन चावल न खाएं।
- जो शादीशुदा लोग हैं वो दंपत्ति इस दिन प्रेम प्रसंग न करें। दशमी तिथि से द्वादशी तिथि तक आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
- इस बात का भी ख्याल रखें कि देवशयनी एकादशी के दिन तन और मन से स्वच्छ रहें। दूसरों को लेकर मन में बुरे विचार न लाए। किसी से झगड़ा-विवाद न करें।
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