नई दिल्ली। राखी का त्योहार हिन्दू धर्म में खास स्थान रखता है। ये त्योहार भाई-बहन के खास रिश्ते से जुड़ा है। इस दिन बहनें राखी बांधकर भाई से अपनी सुरक्षा और हमेशा इस रिश्ते को सलामत रखने का वचन मांगती है। भाई भी इस मौके पर अपनी बहन को तोहफे और पैसे देते हैं। इस त्योहार की रौनक कुछ दिनों पहले से ही दिखने लगती है। बाजारों में अलग-अलग तरह की राखियां सज जाती है। कहीं बच्चों के लिए खिलौनों वाली राखी बिक रही होती है। तो कहीं मोतियों वाली। वैसे तो आज के समय में अनगिनत रंग-रूप वाली राखियां बाजारों में मौजूद है जिन्हें हम अपने भाईयों के लिए खरीदते हैं लेकिन कई राखियां ऐसी होती हैं जिन्हें न तो हमें खरीदना चाहिए और न ही उन्हें अपने भाई की कलाई पर बांधना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे किस तरह की राखियों को भाई की कलाई पर बिलकुल भी नहीं बांधना चाहिए…
भूलकर भी न बांधे ऐसी राखी
- इस बात का ख्याल रखें कि कभी भी बहने ऐसी अपने भाई की कलाई में ऐसी राखियां न बांधे जो कहीं से भी टूटी-फूटी हो। राखी बांधते हुए इस बात का भी ख्याल रखें कि आप शुभ मुहूर्त पर ही इसे भाई की कलाई पर पहनाएं।
- बहुत कम लोग ही ये जानते होंगे कि राखी का रंग भी काफी मायने रखता है। कभी भी हमें भाई की कलाई पर काले या नीले रंग की राखी नहीं बांधनी चाहिए। इस रंग की राखी बांधने से भाई के जीवन पर अच्छे की जगह बुरा असर पड़ता है। पीले-लाल रंग के धागे में बनी राखियां शुभ मानी जाती है।
- बाजारों में प्लास्टिक की अलग-अलग डिजाइन वाली राखी इन दिनों बाजारों में बिक रही है। लेकिन प्लास्टिक अशुभ चीजों से बना होता है ऐसे में जितना हो सके प्लास्टिक की राखी खरीदने से बचें।
इस तरह की राखी बांधे
अगर आपको समझ नहीं आ रहा है कि किस तरह की राखी हमें अपने भाई के लिए खरीदनी चाहिए तो आपको बता दें कि हमेशा फूल, रेशमी धागे और मोतियों से बनी राखी आपको खरीदनी चाहिए। लाल-पीले धागे में बनी राखी को ही भाई के लिए खरीदें।