newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Jaya Ekadashi 2023: जया एकादशी पर आज जरूर करें ये काम, मिलेगा श्री हरि विष्णु का आशीर्वाद

चावल का सेवन तो भूलकर भी एकादशी के दिन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा भी कई ऐसे काम है जो एकादशी के दिन करने वर्जित माने जाते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कौन से हैं वो काम जो आपको एकादशी के दिन करने चाहिए और कौन से वो काम है जो आपको भूलकर भी इस जया एकादशी पर नहीं करने चाहिए…

नई दिल्ली। हिंदू धर्म में हर महीने में दो एकादशी मनाई जाती है। एक कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल पक्ष की एकादशी होती है। दोनों ही एकादशी का अपना अलग महत्व होता है। हर एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है। माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस साल जया एकादशी आज 1 फरवरी 2023 को मनाई जा रही है। इस एकादशी के दिन व्यक्ति को स्नान-दान के अलावा व्रत भी करना चाहिए। एकादशी के व्रत काफी कड़े होते हैं। इस व्रत को करने वाले व्यक्ति को तन और मन की स्वच्छता के साथ ही सात्विक भोजन करना चाहिए।

चावल का सेवन तो भूलकर भी एकादशी के दिन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा भी कई ऐसे काम है जो एकादशी के दिन करने वर्जित माने जाते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कौन से हैं वो काम जो आपको एकादशी के दिन करने चाहिए और कौन से वो काम है जो आपको भूलकर भी इस जया एकादशी पर नहीं करने चाहिए…

Shattila Ekadashi 2023

जया एकादशी के दिन जरूर करें ये काम

  • जया एकादशी के दिन आपको सात्विक भोजन करना चाहिए।
  • अपनी वाणी को साफ रखें।
  • व्रत कर रहे लोगों को तो सात्विक रहना ही है साथ ही जो लोग व्रत नहीं कर रहे हैं उन्हें भी इस दिन मांस, मदिरा, धूम्रपान जैसी चीजों से दूर रहना चाहिए।
  • जया एकादशी के दिन आपको दूसरों के लिए अपने मन में विचार साफ रखने चाहिए।
  • अपनी वाणी में मिठास रखें, गरीबों की मदद करें, दान-पुण्य करें, गौ सेवा करें।
  • बुजुर्गों का आदर-सम्मान करें।

जया एकादशी के दिन भूलकर भी ना करें ये काम

जया एकादशी के दिन आपको गलती से भी दूसरों की बुराई नहीं करनी चाहिए।

इस दिन झूठ बोलने झगड़ा करने बुजुर्गों का अपमान करने से बचें।

जया एकादशी के दिन चावल का सेवन भूलकर भी ना करें।

सात्विक भोजन ग्रहण करें। लहसुन, प्याज आदि से दूर रहे।

धूम्रपान और नशे से दूर रहें।

छल-कपट ना करें।

जया एकादशी के दिन दोपहर में सोए नहीं बल्कि भगवान का ध्यान करें।