नई दिल्ली। बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार होलिका दहन एक दिन बाद यानी 7 तारीख को मनाया जाना है। होलिका दहन की कथा श्री हरि विष्णु भक्त प्रह्लाद, हिरण्यकश्यप और होलिका से जुड़ी हुई है। इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि लोग इस दिन सारे गिले-शिकवे भुलाकर इस त्योहार को मनाते हैं। होलिका दहन को होली से एक दिन पहले किया जाता है। कहा जाता है कि होलिका दहन की आग काफी पवित्र होती है ऐसे में अगर आप इस दिन कुछ खास उपाय करते हैं तो आपको इससे काफी फायदा होता है। अगर आपकी कोई इच्छा है जिसे आप पूरा कराना चाहते हैं तो आपको होलिका दहन की आग में कुछ चीजें डालकर परिक्रमा करनी चाहिए। तो चलिए आपको बताते हैं क्या हैं वो चीजें…
ये हैं वो 3 चीजें…
उंबी- अगर आप अपनी इच्छा पूरी करना चाहते हैं तो आपको उंबी को होलिका की आगे में चढ़ाना चाहिए। उंबी को धान्य का प्रतीक माना जाता है। इसी वक्त गेहूं फसल की कटाई होती है। लोग फसल के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करते हुए उंबी को होलिका डालते हैं और बाद में प्रसाद के तौर पर इस अन्न का इस्तेमाल करते हैं।
गोबर के बड़कुले की माला- गोबर के बड़कुले की माला को होलिका की आग में डालना शुभ होता है। इसे होलिका की आग में डालकर परिक्रमा करने से लाभ मिलता है।
नारियल- नारियल को श्रीफल के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में अगर आप इसे होलिका दहन में चढ़ाकर वापस लाना ले आए और परिवार के सदस्यों में प्रसाद के तौर पर बांटें।
होलिका पर जरूर करें ये काम
होलिका पूजा काफी शुभ होती है ऐसे में आपको इसकी परिक्रमा जरूर करनी चाहिए। अगर आपकी कोई इच्छा है तो उस मनोकामनाओं को मन में दोहराएं हुए होलिका की परिक्रमा करें। आपकी जितनी इच्छाएं हों उतनी परिक्रमा करें। सच्चे मन से इच्छा दोहराते हुए की गई परिक्रमा फलदायी होती है।
Disclaimer: यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऊपर दिए गए उपाय सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं। Newsroom Post इस तरह की जानकारियों पर दावा नहीं करता। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना न भूलें।