नई दिल्ली। गणेश चतुर्थी का त्योहार 10 दिनों तक चलता है। इस पर्व का आज 28 सितंबर को आखिरी दिन है। अनंत चतुर्दशी के साथ इस पर्व का समापन होता है साथ ही बप्पा की विदाई भी की जाती है। बप्पा का 10 दिन पहले गणेश चतुर्थी पर जिस तरह से स्वागत किया जाता है ठीक उसी तरह से उनकी विदाई भी धूमधाम के साथ की जाती है। हालांकि बप्पा की विदाई (Ganpati Visarjan) के वक्त कई नियमों का पालन करना जरूरी होता है। कहते हैं कि अगर बप्पा की विदाई नियमपूर्वक की जाए तो वो अपने साथ सभी के दुख-परेशानी ले जाते हैं और पीछे सुख-समृद्धि छोड़ जाते हैं। तो ऐसे में जानना जरूरी हो जाता है कि बप्पा की विदाई लेकिन इन बातों का भी रखें ख्याल जरूरी है। तो अगर आप भी आज गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan 2023) करने जा रहे हैं तो पहले इसके नियम जरूर जान लें…
गणेश विसर्जन से पहले जरूर करें ये काम
गणेश जी के स्वागत की तरह ही उनका विसर्जन भी विधिपूर्वक किया जाना चाहिए। बप्पा को इस दौरान लाल चन्दन, लाल पुष्प, मोतीचूर के लड्डू या बेसन के लड्डू, पान, दूर्वा, धूप-दीप, सुपारी जरूर चढ़ाना चाहिए। पूरे परिवार के साथ गणपति जी की आरती और हवन भी आपको जरूर करना चाहिए। इस दौरान आपको एक पोटली में लड्डू और इच्छा अनुसार दक्षिणा बप्पा के हाथों में बांधनी चाहिए। इसके पीछे मान्यता है कि बप्पा विसर्जन के बाद अपने घर वापस लौट रहे होते हैं ऐसे में उन्हें खाली हाथ नहीं भेजना चाहिए।
इस बात का भी ख्याल रखें कि विसर्जन से पहले आप बप्पा से माफी मांग लें कि आपसे गणेश चतुर्थी के इन 10 दिनों में जो भी गलती हुई हो उसके लिए वो आपको क्षमा करें। इसके बाद आप जयकारे के साथ बप्पा की मूर्ति को उठाकर फूलों की बौछार करते हुए उनका विसर्जन करें।
विसर्जन के दौरान रखें इन बातों का ख्याल
इस बात का भी ख्याल रखें कि शुभ मुहूर्त में ही गणेश जी को विदाई दें। इस दौरान बप्पा से प्रार्थना करें कि वो वापस फिर से आएं और सब पर अपना आशीर्वाद बनाए रखे। ध्यान रखें कि आपका मन और तन दोनों ही इस दौरान शुद्ध हो। आपके तन और मन में किसी तरह की गंदगी यानी बुरे विचार न आए। जो लोग इस दौरान व्रत रखते हैं वो विसर्जन तक इसे रखें और फलाहार ग्रहण करें। बप्पा को झटके से कभी पानी में नहीं छोड़ना चाहिए। बल्कि धीरे-धीरे उन्हें पानी में उतारना चाहिए। इस तरह से बप्पा का विसर्जन करना शुभ होता है।